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भ्रष्टाचार के आरोपी रियाज की घर वापसी, शासन ने रद्द की प्रतिनियुक्ति
भ्रष्टाचार के आरोपी रियाज की घर वापसी, शासन ने रद्द की प्रतिनियुक्ति
गुना। कृषि उपज मंडी समिति गुना के सचिव रियाज अहमद खाँन की घर वापसी हो गई है। राज्य शासन ने मंडी बोर्ड में उनकी प्रतिनियुक्ति रद्द करते हुए उन्हें उनके मूल विभाग में वापस भेज दिया है। गौरतलब है कि जिला सहकारी कृषि ग्रामीण विकास बैंक से प्रतिनियुक्ति पर आए रियाज का मंडी सचिव के रुप में कार्यकाल बेहद विवादास्पद रहा है। उन पर भ्रष्टाचार के तो तमाम आरोप है ही, साथ ही एक पत्रकार पर जातिगत टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण भी दर्ज हो चुका है। इतना ही नहीं, गुना विधायक गोपीलाल जाटव सहित जहां सत्ता से जुड़े तमाम जनप्रतिनिधि उनसे नाराज रहे तो विपक्ष से भी तालमेल बैठाने में मंडी सचिव नाकाम रहे। उनकी मलाईदार प्रतिनियुक्ति रद्द होकर उनके मूल विभाग में वापस लौटने के यह भी कारण है।
जिला सहकारी बैंक में नियुक्ति
गौरतलब है रियाज अहमद खाँन की नियुक्ति जिला सहकारी एवं ग्रामीण विकास बंैक में है। हालांकि उनकी इस नियुक्ति पर भी तमाम सवाल है। बावजूद इसके वह जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से जुगत भिड़ाकर प्रतिनियुक्ति के आधार पर विभिन्न मंडियों में मंडी सचिव जैसे मलाईदार पद तक पहुँचने के अपने मंसूबों को कामयाब कर गए। इतना ही नहीं, तमाम दावेदारों को पछाड़ते हुए काफी पहले वह गुना मंडी जैसी बड़ी मंडी का सचिव पद भी हथियाने में सफल रहे थे, जबकि उक्त मंडी ए क्लास की मंडी है और इसमें वरिष्ठ अधिकारी को ही प्रभार मिल सकता है। प्रतिनियिुक्ति पर आए एक अदने कर्मचारी को तो इसका प्रभार कतई नहीं दिया जा सकता है। मंडी सचिव पद की महत्वता का एक अनुमान इससे ही लग जाता है, इसका प्रभार डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी को ही मिलता रहा है।
दर्ज हो चुका है आपराधिक मामला
मंडी सचिव रियाज अहमद खाँन पर जहां भ्रष्टाचार के तमाम आरोप है तो एक आपराधिक मामला भी उन पर शहर कोतवाली में दर्ज हो चुका है। इस मामले में मंडी सचिव ने अपने पद के गुरुर में आकर एक पत्रकार पर सोशल मीडिया पर जातिगत टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद तमाम पत्रकारों ने मंडी सचिव के खिलाफ कोतवाली में धरना देकर विरोध जताया था। जिस पर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हुआ था। हालांकि मंडी सचिव मिलीभगत कर उस मामले को रफा-दफा करवा चुके है। इस मामले में अपनी कार्यप्रणाली से मंडी सचिव ने पुलिस को भी मुश्किल में डाल दिया है। कारण उसने एकतरफा खात्मा लगाया है।
हमें नहीं है आवश्यकता
जैसे मंडी सचिव के कारनामे है, वैसी उनके खिलाफ भलें ही कार्रवाई नहीं हो पाई है, किन्तु लगातार शिकायतों के एवं उनकी विवाादास्पद कार्यप्रणाली के चलते उनकी प्रतिनियुक्ति जरुर समाप्त कर दी गई है। इसको लेकर आदेश भी कड़ा जारी किया गया है। राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक संदीप यादव द्वारा जारी आदेश के अनुसार गुना मंडी में पदस्थ रियाज अहमद की प्रति नियुक्ति सेवाओं की आवश्यकता नहीं होने को रेंखाकित करते हुए उनकी सेवाएं महाप्रबंधक जिला सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक मर्यादित गुना को वापस करते हुए एक तरफा भार मुक्त कर दिया गया है। खबर है कि उगुना मंडी का प्रभार यहां पहले से पदस्थ एक मंडी निरीक्षक को दिलाए जाने के प्रयास चल रहे है।