सच हुआ अपने घर का सपना, देहरी पर पैर रखते ही खुशी के आंसूओं से भींगीं पलकें

सच हुआ अपने घर का सपना, देहरी पर पैर रखते ही खुशी के आंसूओं से भींगीं पलकें
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सच हुआ अपने घर का सपना, देहरी पर पैर रखते ही खुशी के आंसूओं से भींगीं पलकें

गुना। इक बंगला बने न्यारा... जीवन में अपने घर का सपना हरेक व्यक्ति का होता है, किन्तू जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है और उसी तादाद में जमीन सहित भवन निर्माण सामग्री के दामों में वृद्धि हो रही है। उसके चलते यह सपना कम ही लोगों का पूरा हो पाता है। अनेक लोग पूरी जिदंगी इस सपने को साथ लेकर जीते है और आखरी समय तक उनका यह सपना अधूरा ही रहता है, किन्तू अब लोगों का यह सपना प्रधानममंत्री आवास योजना के माध्यम से पूर्ण होने लगा है। योजना के तहत जिन हितग्राहियों के आवास बन चुके है। उन्हे शनिवार को राष्ट्रीय स्तर पर डिजीटल गृह प्रवेश कराया गया। जिले में योजना के तहत 3 हजार 961 आवास पूर्ण हो चुके है। जिनके हितग्राहियों को शनिवार को गृह प्रवेश कराया। इस दौरान हितग्राहियों के चेहते खुशी से दमकते देखने को मिले। खुशी का अतिरेक इतना था कि गृह प्रवेश के दौरान अपने घर की देहरी पर पैर रखते ही आंसूओं से उनकी पलकें भींग गईं। हितग्राहियों का कहना रहा कि उन्होने यह सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी उनका अपना घर भी होगा, किन्तू प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके न देखे इस सपने को पूरा कर दिया है।

डिजीटल रुप से कराया गृह प्रवेश

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश स्तरीय आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत पूर्णं हुए आवासों के हितग्राहियों को डिजीटल गृह प्रवेश कराया गया। इस मौके पर गृह प्रवेशम् कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि जिले में कोविड-19 के दौरान 3961 आवास पूर्णं हुए हैं जिनमें गृह प्रवेश कराया गया। डिजीटल गृह प्रवेश हेतु 51387 हितग्राहियों द्वारा प्री-रजिस्ट्रेशन कराया गया था। जिले की समस्त 425 ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम के प्रसारण हेतु टीव्ही, कम्पयूटर की व्यवस्था कर प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को प्रसारण दिखाया एवं सुनाया गया। कलेक्ट्रेट के एनआईसी में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कक्ष में प्रधानमंत्री आवास के हितग्राही मुन्नीबाई/भारत पटेलिया, मीनाबाई/ महेश धोलपुरिया, दीमान/तोफान, हसीना/यासिन खां तथा विमला/बलवीर परिहार हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा एवं सुना। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ निलेश पारीख उपस्थित रहे।

पूजन अर्चन के साथ किया गृह प्रवेश

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पूर्ण हुए आवासों में गृह प्रवेश की रस्म पूर्ण की गई। इस दौरान हितग्राहियों ने पूजा अर्चना भी की। घरों को हितग्राहियों ने आकर्षक तरीके से सजाया था। गुब्बारें बांधने के साथ ही आम के पत्ते भी लगाए गए थे। इसके साथ ही सातिया बनाया गया और कलश रखकर पूजा अर्चना की। पूर्ण रस्मों रिवाज के साथ ही गृह प्रवेश किया गया और इसमें हितग्राही के नाते-रिश्तेदार भी शामिल हुए। सभी में घर को लेकर खुशी देखने को मिली।

झोपड़ी से पहुँचे पक्के घर में

शुक्रवार को जिन हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया गया। उनमे से अधिकांश अत्यंत गरीब है, इतने की उनके पास मिट्टी का कच्चा घर भी नहीं देखा। यह लोग झोपड़ी में रहते थे। कुछ लोग ऐसे भी है, जिनका पूरा बचपन झोपड़ी में निकला और वह वृद्ध अवस्था तक इसी झोपड़ी में पहुंचे। आज उनके पास पक्का घर है और यह घर भी किसी और का न होकर उनका अपना है। जिसे देखकर वह खुशी से फूले नहीं समा रहे है। जब उनके हाथ में अपने घर की चाबी आई और उन्हे घर में प्रवेश किया तो उनकी आँखें भींग गईं।

यह किसी सपने के सच होने जैसा है

हितग्राहियों का कहना रहा कि अपने घर वाकई यह किसी सपने के सच होने जैसा है। मुन्नीबाई के मुताबिक सारा जीवन ऐसी ही निकल गया। इतना भी नहीं जोड़ पाए थे कि अपने सिर पर छत भी खड़ी कर लेते। धूप, गर्मी, बारिश हर मौसम मेंं परेशानी का सामना करना पड़ता था। ईश्वर भला करें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिन्होने उनकी इस परेशानी का हल निकाल दिया। आज कुछ नहीं तो कहने को अपना घर तो है। विमला का चेहरा भी अपने घर को देखकर खुशी से दमक रहा है तो अन्य परिजने भी प्रसन्न है। विमला का कहना है कि घर बहुत सुंदर है और सबसे बड़ी बात कि यह उसका न होकर भी उसका है। अब वह अपने पूरे परिवार के साथ इस घर में रहेंगी। न मौसम की चिंता रहेगी और न चोरी चाकरी का ज्यादा डर रहेगा। इसी तरह की प्रतिक्रिया अन्य हितग्राहियों की भी सामने आई।सब अपना घर मिलने से काफी प्रसन्न थे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद ज्ञापित कर रहे थे।

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