हिन्दी से होना चाहिए प्रेम : कौरव

हिन्दी से होना चाहिए प्रेम : कौरव
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सशिमं पुरानी छावनी में आयोजित हुआ पुरस्कार वितरण समारोह

गुना/निज प्रतिनिधि। हमारा अंग्रेजी भाषा पर अधिकार होना चाहिए, किन्तु प्रेम मातृभाषा हिन्दी से ही होना चाहिए। यह बात राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभार प्रचारक रामवीर सिंह कौरव ने कही। श्री कौरव सरस्वती शिशु मंदिर पुरानी छावनी विद्यालय में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर परीक्षा परिणाम की घोषणा की गई। इस दौरान अपने उद्बोधन में श्री कौरव ने कहा कि इस तरहके कार्यक्रम आयोजित होते रहना चाहिए। इससे जहां प्रतिभाएं उभरकर सामने आती है तो उन्हे प्रोत्साहन भी मिलता है। इस अवसर पर सेवानिवृत्त प्राध्यापक रद्युवीर शरण श्रीवास्तव प्राचार्य अंकित शुक्ला, प्रधानाचार्य ब्रजमोहन गुर्जर मंचासीन रहे।

597 प्रमाण-पत्र व पुरूस्कार सामग्री वितरित

कार्यक्रम के प्रारम्भ में परीक्षा प्रमुख संगीता गर्ग ने प्रत्येक कक्षाओं के शीर्ष-10 भैया-बहनों के नाम की घोषणा की। जिनको क्रमागत अतिथियों द्वारा शील्ड व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सर्वाधिक उपस्थिति दर्ज भैया-बहनों को मेडल पहनाए गए। तत्पश्चात सभी कक्षाओं के भैया-बहनों को वर्ष भर चलने वाली शैक्षिक व सह-शैक्षिक गतिविधियों के आधार पर प्रमाण पत्र व पुरूस्कार प्रदान किए गए। वर्ष भर किए जाने वाले कार्य व मूल्यांकन के आधार पर प्रधानाचार्य द्वारा सभी आचार्य/दीदीयों के कार्य व्यवहार की प्रशंसा की गई। कार्यक्रम में विद्यालय परिवार के सेवक/सेविकाओं को उनके स्वच्छता कार्य व परिश्रम हेतु सम्मानित किया गया। इस तरह कुल 597 प्रमाण-पत्र व पुरूस्कार सामग्री प्रदान कर पूरे विद्यालय परिवार का अभिन्नदन किया गया। कार्यक्रम संयोजक श्रीमती हेमलता तिवारी द्वारा शिशु वाटिका के वृत का वाचन भी किया गया। संचालन प्रियंका कदम व रोहित कुशवाह द्वारा किया गया तथा आभार संगीता गर्ग ने माना।

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