Cold drink and asthma risk: कोल्ड ड्रिंक से फेफड़ों पर पड़ने वाला प्रभाव और अस्थमा का खतरा

कोल्ड ड्रिंक से फेफड़ों पर पड़ने वाला प्रभाव और अस्थमा का खतरा
इस लेख में जानिए कि कोल्ड ड्रिंक का अत्यधिक सेवन किस प्रकार आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। स्वस्थ पेय विकल्पों पर ध्यान देने से अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।

आपने अक्सर सुना होगा कि किसी भी चीज़ की अति हानिकारक होती है, चाहे वह पानी ही क्यों न हो। इसी सिद्धांत के अनुसार, कोल्ड ड्रिंक भी आपकी सेहत के लिए खतरा साबित हो सकती है। कोल्ड ड्रिंक को हम अक्सर एक त्वरित तरावट और राहत के साधन के रूप में देखते हैं, लेकिन इसके सेवन से जुड़े गंभीर प्रभावों को नजरअंदाज कर देते हैं। एक शोध के अनुसार, कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन करने से अस्थमा जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। आइए जानते हैं कि कोल्ड ड्रिंक किस तरह से आपके फेफड़ों पर प्रभाव डालती है और इसके पीछे छिपे कारण क्या हैं।

कोल्ड ड्रिंक: एक ताज़गी या एक जहर?

कोल्ड ड्रिंक को सामान्यतया रिफ्रेशमेंट और गर्मी से राहत देने वाला पेय माना जाता है। लोग इसे किसी खास अवसर, पार्टी या गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए पीते हैं। हालांकि, अधिक मात्रा में इसका सेवन न केवल वजन बढ़ने का कारण बनता है, बल्कि यह अस्थमा जैसी बीमारियों का कारण भी बन सकता है। अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। यह एक दीर्घकालिक समस्या है, और अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह और गंभीर हो सकती है।

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन का अध्ययन

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में 986 लोगों पर शोध किया गया। इसमें पाया गया कि 65 लोगों में अस्थमा के लक्षण थे। जब इन व्यक्तियों के खानपान की आदतों पर गहन विश्लेषण किया गया तो पता चला कि ये लोग अत्यधिक मात्रा में कोल्ड ड्रिंक का सेवन करते थे। इस अध्ययन ने यह साबित कर दिया कि कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकता है और अस्थमा जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है।

कोल्ड ड्रिंक और अस्थमा: क्या है संबंध?

कोल्ड ड्रिंक में उच्च मात्रा में शुगर, कार्बन डाइऑक्साइड और कई केमिकल्स होते हैं, जो न केवल आपके वजन को बढ़ाते हैं, बल्कि आपके श्वसन तंत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। कोल्ड ड्रिंक में मौजूद कार्बोनेटेड गैस आपके फेफड़ों को संकुचित कर सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा, शुगर का अधिक सेवन फेफड़ों में सूजन पैदा कर सकता है, जिससे अस्थमा के लक्षण उभर सकते हैं। एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन मोटापे का कारण बनता है, और मोटापा अस्थमा का एक मुख्य कारण है। जब व्यक्ति का वजन बढ़ता है, तो उसके फेफड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे श्वसन क्रियाएं प्रभावित होती हैं। इसी कारण, कोल्ड ड्रिंक और अस्थमा के बीच एक गहरा संबंध देखा जा सकता है।

बच्चों में अस्थमा के लक्षण

2015 में किए गए एक और अध्ययन में यह पाया गया कि कोल्ड ड्रिंक और फलों के रस का अधिक सेवन बच्चों में अस्थमा के लक्षण विकसित कर सकता है। इस अध्ययन ने यह स्पष्ट किया कि जो बच्चे नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, उनमें अस्थमा की संभावना अधिक होती है। बच्चों का शरीर अभी विकासशील अवस्था में होता है, और ऐसे में कोल्ड ड्रिंक का सेवन उनके श्वसन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जिन बच्चों में अस्थमा के लक्षण दिखे, वे अक्सर कोल्ड ड्रिंक या अधिक शुगर वाले पेय पदार्थों का सेवन करते थे। यह एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि बच्चे अक्सर कोल्ड ड्रिंक को एक मजेदार पेय मानते हैं और माता-पिता भी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं।

कोल्ड ड्रिंक के अन्य दुष्प्रभाव

कोल्ड ड्रिंक का अत्यधिक सेवन सिर्फ अस्थमा ही नहीं, बल्कि और भी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इनमें मोटापा, डायबिटीज़, और हृदय रोग प्रमुख हैं। कोल्ड ड्रिंक में उच्च मात्रा में शुगर और केमिकल्स होते हैं, जो शरीर के सामान्य कार्यों को बाधित कर सकते हैं।

मोटापा और फेफड़ों पर दबाव

कोल्ड ड्रिंक का अत्यधिक सेवन मोटापा बढ़ाने का मुख्य कारण है। जब व्यक्ति का वजन बढ़ता है, तो उसके फेफड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे श्वसन क्रियाएं कमजोर हो जाती हैं। यही कारण है कि मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति में अस्थमा की संभावना अधिक होती है।

फेफड़ों में सूजन

कोल्ड ड्रिंक में पाए जाने वाले केमिकल्स और शुगर फेफड़ों में सूजन पैदा कर सकते हैं। यह सूजन फेफड़ों के सामान्य कार्य में बाधा डालती है और सांस लेने में कठिनाई पैदा करती है। यही कारण है कि कोल्ड ड्रिंक का सेवन अस्थमा के लक्षणों को और अधिक बढ़ा सकता है।

क्या करें?

कोल्ड ड्रिंक का सेवन पूरी तरह बंद करना शायद व्यावहारिक न हो, लेकिन इसका संतुलित मात्रा में सेवन जरूर किया जा सकता है। अगर आप कोल्ड ड्रिंक के आदी हैं, तो इसे धीरे-धीरे कम करने का प्रयास करें। इसके बजाय, ताजे फलों के रस, नींबू पानी, या नारियल पानी जैसे स्वास्थ्यवर्धक विकल्प चुनें। बच्चों को भी कोल्ड ड्रिंक के बजाय प्राकृतिक पेय पदार्थ पीने की आदत डालें। यह न केवल उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगा, बल्कि अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचाएगा।






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