Health News: हाई ब्लड प्रेशर से दिमाग की नसों को खतरा, बढ़ सकता है ब्रेन हेमरेज और स्ट्रोक का जोखिम

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Health News: जिन व्यक्तियों को हाई ब्लड प्रेशर की दिक्क्त होती है उन्हें दिमाग के अंदर ब्लीडिंग होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है।

Health News: हाई ब्लड प्रेशर केवल दिल के लिए ही नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी घातक साबित हो सकता है। लगातार बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिमाग की नसों को कमजोर कर सकता है और कई मामलों में इनके फटने का कारण भी बन सकता है। इससे ब्रेन हेमरेज, क्लॉटिंग और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

हाई बीपी के लक्षण और जोखिम

विशेषज्ञों के अनुसार, हाई बीपी होने पर शरीर में कुछ खास लक्षण दिखाई देते हैं, जिनमें शामिल हैं-

अचानक और गंभीर सिरदर्द

मतली और उल्टी

दृष्टि में बदलाव

भ्रम की स्थिति

शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन

अगर इन लक्षणों को नज़रअंदाज किया जाए, तो यह दिमाग के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

कितना बढ़ सकता है हाई ब्लड प्रेशर?

अगर किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 130/80 मिमी एचजी या इससे अधिक होता है, तो इसे हाई बीपी माना जाता है। रक्तचाप को अलग-अलग स्तरों में विभाजित किया गया है:

नॉर्मल बीपी: 120/80 मिमी एचजी से कम

बढ़ा हुआ बीपी: 120-129 सिस्टॉलिक और 80 से कम डायस्टॉलिक

स्टेज 1 हाई बीपी: 130-139 सिस्टॉलिक या 80-89 डायस्टॉलिक

स्टेज 2 हाई बीपी: 140 या उससे अधिक सिस्टॉलिक या 90 या उससे अधिक डायस्टॉलिक

ब्रेन हेमरेज और स्ट्रोक का खतरा

हाई बीपी के कारण दिमाग की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे वे कमजोर हो जाती हैं। कई बार यह दबाव इतना बढ़ जाता है कि नसें फट जाती हैं, जिससे ब्रेन हेमरेज हो सकता है। ब्रेन हेमरेज में मस्तिष्क के अंदर ब्लीडिंग होने लगती है, जिससे व्यक्ति की जान जाने का खतरा भी बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति का बीपी लगातार हाई रहता है, तो ब्लड वेसल्स धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं, जिससे हाइपरटेंशन और ब्रेन से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

कैसे करें हाई बीपी से बचाव?

नियमित रूप से ब्लड प्रेशर चेक कराएं

नमक और अधिक वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचें

नियमित व्यायाम करें और हेल्दी डाइट अपनाएं

तनाव को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन करें।

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