वजन घटाने और स्वस्थ रहने के लिए महिलाओं की पहली पसंद योग

वजन घटाने और स्वस्थ रहने के लिए महिलाओं की पहली पसंद योग
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नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। महिलाएं अपनी सेहत और स्वास्थ्य के लिए जागरूक रहती हैं। विशेषकर अपने वजन को लेकर। अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए महिलाएं योग करना बेहद पसंद करती है। नियमित रूप से व्यायाम करने से ना सिर्फ तन तरोताजा बना रहता है, बल्कि पूरे शरीर को आवश्यक ऊर्जा मिलती है और साथ ही रक्त संचार भी तेज होता है। इससे त्वचा में निखार आता है। इसका सम्पूर्ण स्वास्थ्य और सुंदरता पर भी गहरा प्रभाव पड़Þता है। व्यायाम का अर्थ है सम्पूर्ण शरीर या शरीर के किसी अंग विशेष को एक समान लय में कुछ निश्चित समय या निश्चित अनुपात में गति देना, मांसपेशियों, हड्डियों एवं रक्त परिवहन को सुषुप्तावस्था से जाग्रत करना, उत्तेजित करना, उनकी कार्यप्रणाली में गति प्रदान करना। जोश व उतावलेपन में अनियमित और ज्यादा व्यायाम ना करें। वृद्ध व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, हृदय रोगी भी डॉक्टर की सलाह लेकर कुछ व्यायाम कर सकते हैं।

योग महिलाओं को फिट रहने का सबसे सरल उपाय लगता है। क्योंकि वह घर पर रहते हुए योग के कुछ सरल आसन लगाकर स्वयं को स्वस्थ रख सकती हैं। आज गर्भावस्था में भी महिलाएं प्रसव संबंधी परेशानियों से बचने के लिए योग का सहारा ले रही हैं। अक्सर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। शिशु के जन्म के बाद महिलाएं जल्द से जल्द इस बढ़े हुए वजन से छुटकारा पाकर खुद को फिट रखना चाहती हैं। एक निर्धारित समय के बाद आप योग द्वारा अपने बढ़े हुए वजन को नियंत्रित कर सकती है। लेकिन इसके पूर्व योगा प्रशिक्षक के साथ अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लें।

इन बातों का रखें ध्यान

व्यायाम करते समय कपडे ढीले होने चाहिए। हवादार जगह में ही व्यायाम करें। बिना रूके एक के बाद एक व्यायाम करते रहना चाहिए। इससे रक्त संचालन सुचारू होता है और एक बात का खास ध्यान कि ठंडे कमरे में व्यायाम नहीं करें। बल्कि किसी खुली जगह पर करें, जहां शरीर को ताजी हवा और धूप मिलें।

व्यायाम के बीच-बीच में ग्लूकोज मिला पानी पीते रहना चाहिए। व्यायाम करते समय अपना पूरा ध्यान उसी पर केंद्रित रखना चाहिए।

कितनी देर करें व्यायाम

किसी व्यायाम की शुरूआत में उसे आठ बार से अधिक ना दोहराएं। धीरे-धीरे उसकी संख्या बढा दें। व्यायाम के तुरन्त बाद कोई जूस जरूर लें। व्यायाम को 30-40 मिनट से अधिक नहीं करना चाहिए। स्वाभाविक तरीके से पूरा सांस लीजिए, व्यायाम करते समय जितनी हवा सम्भव हो, सांस के साथ भीतर लीजिए।

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