नक्सल एनकाउंटर: सुकमा मुठभेड़ में 10 नहीं 9 नक्सली का एन्काउंटर, पुलिस ने एक ग्रामीण महिला को बताया माओवादी
CG Naxalite Encounter
Sukma Naxalite Encounter : सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में आये दिन मुठभेड़ होती रहती हैं। इसी कड़ी में बीते दिन 21 नवंबर को सुकमा के भज्जी इलाके में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने दस नक्सलियों के मारे जाने की सूचना साझा की, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि, दस नहीं नौ नक्सली मुठभेड़ में मारे गए जबकि दसवीं महिला जिसे पुलिस द्वारा नक्सली बताया जा रहा है वह एक सामान्य ग्रहणी है और उसकी एक बेटी भी है।
यह है पूरा मामला
दरअसल, 21 अक्टूबर को सुकमा जिले के भज्जी इलाके के जंगल में मुठभेड़ में हुई थी। इस मुठभेड़ में जवानों ने दस नक्सलियों के मारे जाने का दावा किया है। इसको लेकर बस्तर पुलिस द्वारा एक प्रेसनोट भी जारी किया गया है।
इस प्रेस नोट में मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सलियों के नाम, उनका एरिया और उम्र समेत अन्य जानकारियां है। इसी प्रेस नोट में एक महिला का नाम भी शामिल है जिसे पुलिस ने दो लाख का इनामी नक्सली बताया है। पुलिस द्वारा जारी किये गए प्रेस नोट के अनुसार, महिला का नाम दूधी हूंगी हैं, उस पर दो लाख रुपए का इनाम था, लेकिन ग्रामीणों ने इस बात से साफ़ इंकार कर दिया है।
नक्सली नहीं एक बच्ची की माँ थी वो
ग्रामीणों का कहना है कि, वह एक सामान्य ग्रहणी थी, वह नक्सली नहीं थी। ग्रामीणों ने बताया, मृतक महिला के पति माओवादी थे लेकिन वह एक सामान्य महिला थी, जो गाय- बकरी चराकर अपना जीवन यापन करती थीं। बता दें कि, इस मुठभेड़ में मारे गए एक नक्सली मड़कम (दुधी) मासा, मृतक महिला के पति हैं।
सुकमा के भज्जी इलाके में हुए नक्सल एन्काउंटर में मारे गई ग्रामीण महिला के देवर ने बताया कि, दूधी हूंगी, पति दूधी मासा (35) हमारी भाभी थी जिसे मुठभेड़ में पुलिस ने मार दिया। वो हमारे साथ एक सामान्य जीवन जी रही थी। जंगल में गाय चराने जाती थी और खेत में काम करती थी। उसकी एक लड़की भी है। हमारा भाई संगठन से जुड़ा था लेकिन भाभी घरेलु महिला थी। भाई भी घर नहीं आता था। पुलिस ने उनको दो लाख का इनामी नक्सली बताया है जबकि वो नक्सली नहीं हैं।
एक ग्रामीण ने बताया कि, मृतक महिला का पति संगठन में काम करता था, महिला उससे जंगल में मिलने गए थी इसी दौरान गोलीबारी शुरू हो गई जिसमें महिला की भी मौत हो गई। बता दें कि, मृतक महिला के पति और नक्सली दुधी मासा को एरिया कमांडर बताया जा रहा है।
सलवा जुडूम के दौरान नक्सली संगठन से जुड़े दुधी मासा
एरिया कमांडर दुधी मासा का घर भण्डारपदर गांव में है। बताया जाता है कि, जब सलवा जुडूम अभियान का दौर शुरू हुआ था तो उस दौरान इस गांव में कई बार सलवा जुडूम का अटैक हुआ था। जो लोग सलवा जुडूम का समर्थन करते थे उनका मानना था कि, इस गांव (भण्डारपदर गांव) के लोग नक्सली संगठन का समर्थन करते है, इसलिए इस गांव को निशाना बनाया जाता था। इसी समय एरिया कमांडर नक्सली दूधी मासा ने ग्रस्थान जीवन को छोड़ संगठन से जुड़ गए थे।