देश के 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में सहकारिता क्षेत्र का होगा बड़ा योगदान : शाह
नई दिल्ली (New Delhi)। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Home and Cooperation Minister Amit Shah) ने कहा कि देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (5 trillion dollar economy) बनाने का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने तय किया है। सहकारिता क्षेत्र इस लक्ष्य को हासिल करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। इस दिशा में हमें मजबूती से काम करने की जरूरत है। जो कमियां रह गई हैं उसे तय समय में दूर करना होगा।
शाह ने बुधवार को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, नौरोजी नगर, नई दिल्ली में केंद्रीय पंजीयक, सहकारी समितियां कार्यालय के नए भवन का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश के विकास में जो भूमिका सहकारिता क्षेत्र को निभानी चाहिए थी उसमें हम कहीं न कहीं पीछे रह गए थे। लेकिन अब हम सबको मिलकर सहकारिता क्षेत्र से देश की अर्थ व्यवस्था को मजबूती देनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सहकारिता मंत्रालय बनाकर सहकारिता आंदोलन को मजबूती देने का काम किया है।
शाह ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने 30 महीने में अभी तक 60 इनीशिएटिव लिए हैं और बीते 09 वर्षों में सहकारिता क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा काम किया है। सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए मंत्रालय ने जो भी सुझाव दिए या जो बदलाव किए उसे सभी राज्यों ने स्वीकार किया है। यह अपने आम में बड़ा बदलाव है।
शाह ने कहा कि देश के गरीबों के जीवन को सरल बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने गरीबों को राशन,घर,स्वास्थ्य बीमा सहित अनेक सहूलियत दी हैं। अब ये लोग कुछ अलग करना चाहते हैं। ऐसे में सहकारिता क्षेत्र इनके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। जहां से ये लोग आर्थिक सहयोग,सुझाव और सलाह लेकर कुछ अपना काम कर सकते हैं। ऐसे में सहकारी बैंकों का प्रसार करना, प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को मजबूत करना जरूरी है। इस दिशा में सरकार की ओर से अनेक कदम उठाए गए हैं। हम देशभर में 02 लाख पैक्स खोलने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। जिसे तय समय में पूरा करेंगे।
शाह ने कहा कि आज गुजरात में 36 लाख परिवार पशुपालन व्यवसाय से जुड़े हैं। इस व्यवसाय से इनका टर्नओवर 60 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह सहकारिता का चमत्कार है। गुजरात के लोगों के विकास में सहकारिता ने बड़ी भूमिका निभाई है। पढ़ाई से लेकर व्यापार करने तक में सहकारी बैंकों ने लोगों को मदद दिए हैं।
शाह ने कहा कि इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) नैनो यूरिया और नैनो डीएपी बनाकर तय समय में किसानों तक पहुंचाया है। जिसे किसान स्वीकार कर रहे हैं। नैनो फर्टिलाइजर आने से हमारी जमीन रसायन के कुप्रभाव से बच रही है। इससे किसानों को भी लाभ मिल रहा है।