बजट में महिलाओं के लिए 5 बड़े ऐलान, 3 करोड़ लखपति दीदी, बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर का टीका फ्री
नईदिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में महिलाओं के लिए पांच बड़े ऐलान किए है। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी के लक्ष्य को 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ करने का फैसला किया गया है। आशा कार्यकर्ता को आयुष्मान योजना के तहत लाया जाएगा।
केन्द्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि नौ करोड़ महिलाओं के साथ 83 लाख स्वयं-सहायता समूह (एसएचजी) सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर बनने के साथ ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिवेश में बदलाव ला रहे हैं। इनकी सफलता से पहले ही करीब एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने में मदद मिल चुकी है। वे दूसरों के लिए एक प्रेरणा हैं। उन्हें सम्मान देकर उनकी उपलब्धियों को मान्यता दी जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य बढ़ाया गया है।
चार जातियों पर फोकस
वित्त मंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री का यह पक्का विश्वास है कि हमें चार प्रमुख जातियों पर ध्यान देना चाहिए और ये जातियां हैं ‘गरीब’, ‘महिलाएं’, ‘युवा’ और ‘अन्नदाता’। ‘’उनकी जरूरतें, उनकी आकांक्षाएं और उनका कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जब वे प्रगति करते हैं तो देश प्रगति करता है।‘’ उन्होंने कहा कि सभी चारों के जीवन को बेहतर बनाने और उनके सशक्तिकरण और कल्याण में सरकार के समर्थन की आवश्यकता होगी और यह उन्हें प्राप्त होगा, जिससे कि देश आगे बढ़ेगा।
महिलाओं के लिए बड़े ऐलान -
- लखपति दीदी योजना के तहत 3 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य तय किया रखा गया है, अब तक एक करोड़ महिलाएं लखपति बन चुकी हैं।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत अब सभी आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता को इसके दायरे में लाया जाएगा।
- यू-विन प्लेटफॉर्म के जरिए 9-14 साल की बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर का फ्री टीका लगाया जाएगा।
- सक्षम आंगनबाड़ी से आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड किया जाएगा, पोषण 2.0 के अमल में तेजी लाई जाएगी।
- मातृत्व और बाल विकास के लिए एक समग्र योजना बनाई जाएगी।
कौन है लखपति दीदी ?
दरअसल, देश में करीब 83 लाख महिला स्वयं सहायता समूह हैं, जिनमे करीब 9 करोड़ महिलाएं जुडी हुई है। सरकार ने इन्हीं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की इनकम बढ़ाने के लिए ‘लखपति दीदी योजना’ की शुरुआत की है। इसके तहत अब तक 1 करोड़ लाभ मिल चुका है। लखपति दीदी’ उन महिलाओं को कहा जाता है जिनकी प्रति परिवार सालाना इनकम कम से कम 1 लाख रुपए होती है।