सामूहिक गीता पाठ और गीत हे पार्थ सारथी बजाओ बजाओ के गायन का विश्व रिकॉर्ड बना
-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित संस्था संस्कार भारती की भूमिका बड़ी रही है
-संस्कार भारती के कलाकारों की टीम का नेतृत्व द्विजेंद्रलाल रॉय ने किया
कोलकाता । कोलकाता में ब्रिगेड परेड मैदान में रविवार को एक लाख से अधिक लोगों ने सामूहिक गीता पाठ किया। इस मौके पर नजरुल गीत हे पार्थ सारथी बजाओ बजाओ के गायन भी किया गया। इस कार्यक्रम ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित संस्था संस्कार भारती की भूमिका बड़ी रही है। संस्कार भारती की ओर से ही कार्यक्रम में "हे पार्थसारथी बजाओ बजाओ पांचजन्य" गाने की प्रस्तुति की गई जिसे दोहराकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। वैसे तो कार्यक्रम का आयोजन सनातन संस्कृति परिषद, अखिल भारतीय संस्कृत परिषद, मातीलाल भारत तीर्थ सेवा मिशन और अन्य धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं की ओर से किया गया था। संस्कार भारती के कलाकारों की टीम का नेतृत्व किया द्विजेंद्रलाल रॉय ने। कलाकारों की इस टीम द्वारा ''धनधान्य पुष्प भरा'' सहित कई गीत गाए गए।
इस तरह का यह पहला आयोजन था
कोलकाता में इस तरह का यह पहला आयोजन था। गीता पाठ के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुबह से ही लाखों लोग विभिन्न जिलों से लोग हावड़ा स्टेशन आने लगे थे। उनकी सुविधा के लिए अखिल भारतीय संस्कृत परिषद की ओर से हावड़ा स्टेशन के सामने एक मंच बनाया गया था। उनके वहां से जाने की व्यवस्था की गई थी। ब्रिगेड ऐतिहासिक सभा के सांस्कृतिक मंच पर संस्कार भारती के 60 कलाकारों के नेतृत्व और निर्देशन में काजी नजरूल का प्रसिद्ध गीत ''हे पार्थसारथी बजाओ पांचजन्य गीत गाया गया, जिसका संस्कार भारती के कलाकार पिछले तीन दिनों से नियमित अभ्यास कर रहे थे।
संस्कार भारती इस नया इतिहास निर्माण मैं संभागी रहा
संस्कार भारती दक्षिण बंगाल क्षेत्र के महासचिव तिलक सेनगुप्ता ने बताया कि छह महीने पहले, जब बंगाल के संत समाज ने इस कार्यक्रम की योजना बनानी शुरू की, तो उन्होंने संस्कार भारती को सांस्कृतिक मंच के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी। इसके बाद संस्कार भारती के कलाकारों ने हे पार्थसारथी बजाओ बजाओ पांचजन्य शंख, का जिलावार गायन शुरू किया गया। आज हमें गर्व है कि संस्कार भारती इस नया इतिहास निर्माण मैं संभागी रहा है।