केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राजनीति गर्माई, केरल-तमिलनाडु-बंगाल के सीएम ने की निंदा

केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राजनीति गर्माई, केरल-तमिलनाडु-बंगाल के सीएम ने की निंदा
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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि केवल विपक्ष ही जांच या गिरफ्तारी का सामना कर रहा है

नईदिल्ली। शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की पूरे राजनीतिक जगत में चर्चा है। इसे लेकर विपक्षी दल के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के समय पर सवाल उठाया। विजयन का कहना है कि 'ऐसे समय में यह गिरफ्तारी हुई जब आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बोलने वाले सभी लोगों को जेल में डालना किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। यह बेहद निंदनीय है, जिसके विरोध की जरूरत है।'

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि केवल विपक्ष ही जांच या गिरफ्तारी का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले आसन्न हार के डर से भाजपा सरकार हेमंत सोरेन के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके अपनी हताशा को प्रकट किया है। भाजपा को लोगों के क्रोध के लिए तैयार रहना चाहिए।

ममता ने की निंदा -

वहीँ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आबकारी नीति भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तारी की निंदा की है। उन्होंने इस कदम को भाजपा की हताशा करार देते हुए आरोप लगाया कि जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री से डर कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।

इंडी गठबंधन चुनाव आयोग से मिलेगा -

शुक्रवार को ममता ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा कि मैं जनता द्वारा चुने गए दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूं। मैंने अपना अटूट समर्थन और एकजुटता बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत रूप से सुनीता केजरीवाल (अरविंद केजरीवाल की पत्नी) से संपर्क किया है। यह अपमानजनक है कि निर्वाचित विपक्षी मुख्यमंत्रियों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और गिरफ्तार किया जा रहा है, जबकि सीबीआई /ईडी जांच के तहत आरोपित व्यक्तियों को अपने कदाचार जारी रखने की अनुमति दिए जा रही है, खासकर भाजपा के साथ गठबंधन करने वालों को छूट है। यह लोकतंत्र पर सरासर हमला है।ममता ने आगे कहा कि आज, हमारा इंडी गठबंधन चुनाव आयोग से मिलकर विशेष रूप से एमसीसी अवधि के दौरान विपक्षी नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाने और गिरफ्तार करने पर अपनी कड़ी आपत्ति व्यक्त करेगा। इस उद्देश्य से मैंने चुनाव आयोग के साथ इस महत्वपूर्ण बैठक में तृणमूल का प्रतिनिधित्व करने के लिए डेरेक ओ ब्रायन और मोहम्मद नदिमुल हर को नामित किया है।

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