हिंदू शरणार्थियों ने केजरीवाल के घर के बाहर किया प्रदर्शन, कल CAA को बताया था देश के लिए घातक
नईदिल्ली। नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान को लेकर हिंदू और सिख शरणार्थियों ने दिल्ली मुख्यमंत्री के आवास सिविल लाइंस इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए। पुलिस ने बैरिकेडिंग के जरिए सभी प्रदर्शनकारियों को आगे नहीं बढ़ने दिया।
दरअसल सीएम केजरीवाल ने सीएए के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि यदि पाकिस्तान से आए लोगों को नागरिकता दी जाएगी तो देश में अपराध बढ़ जाएगा। इसके बाद आज शाम उन्होंने दोबारा वहीँ बात कही। केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा - 'मैंने कल बताया था कि किस तरह सीएए देश के लिए खतरनाक है और कैसे इसके लागू होने से देश भर में भारी संख्या में पड़ोसी देशों से घुसपैठिए आ जाएंगे।
पाकिस्तानियों ने प्रदर्शन किया -
उन्होंने आगे कहा कि 'आज कुछ पाकिस्तानियों ने मेरे घर के सामने प्रदर्शन और हुड़दंग किया। दिल्ली पुलिस ने उन्हें पूरा सम्मान और संरक्षण दिया। बीजेपी ने इनका पूरा समर्थन किया। बीजेपी मुझसे नफरत करते-करते पाकिस्तानियों के साथ खड़ी हो गई, भारत के साथ गद्दारी करने लगी? इस सीएए के बाद ये पाकिस्तानी पूरे देश में फैल जाएंगे और इसी तरह हमारे ही मुल्क के लोगों को इस तरह हड़काएंगे और हुड़दंग करेंगे।'
1947 से बड़ा माइग्रेशन -
इससे पहले उन्होंने कहा था कि इस कानून के लागू होने के बाद 1947 से भी बड़ा माइग्रेशन होगा। उन्होंने कहा था,'इस कानून के लागू होने से पाकिस्तान के लोग भारत आएंगे, ये कितना सुरक्षित होगा। चोरी, बलात्कार, डकैती और दंगे बढ़ेंगे। अगर आपके घर के पास पाकिस्तान, बांग्लादेश से लोग आकर झुग्गी बनाकर रहने लगें तो क्या आप पसंद करोगे?' उन्होंने ,'पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में लगभग 2.5 से तीन करोड़ अल्पसंख्यक रहते हैं. एक बार भारत अपने दरवाजे खोल देगा तो इन देशों से बड़े पैमाने पर लोग भारत आएंगे. क्या हम इन शरणार्थियों को रोजगार देंगे? ऐसा क्यों किया जा रहा है? कुछ लोगों का कहना है कि ये वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है।