भारत का दावा चीन की पहल पर हुई मोदी-जिनपिंग की मुलाकात, LAC के मुद्दे पर हुई चर्चा
नईदिल्ली। साउथ अफ्रीका में तीन दिन चले ब्रिक्स सम्मेलन के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच सीधी बातचीत हुई। इधर, पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव घटाने के लिए भारत और चीन ने लगातार 6 दिन तक मेजर जनरल स्तर की मैराथन वार्ता करके गुरुवार देर रात खत्म की है। दोनों पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में जमीन पर शांति बनाए रखने पर सहमत हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स के आखिरी दिन शिखर सम्मेलन से इतर दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सीमा मुद्दों पर वार्ता की। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने जोहान्सबर्ग में मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत में भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं पर प्रकाश डाला।
चीनी राष्ट्रपति के सामने प्रधानमंत्री मोदी ने रेखांकित किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और एलएसी का सम्मान करना भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक है। विदेश सचिव ने कहा कि इस संबंध में दोनों नेता अपने-अपने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र विघटन और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए। दोनों सेनाएं अब बातचीत पर अपने वरिष्ठ नेतृत्व से निर्देश मांगेंगी और जल्द ही अंतिम निर्णय लेंगी।
भारत ने किया खंडन -
भारत ने चीन के दावे का खंडन किया है। सूत्रों का कहना है कि चीन की ओर से भारतीय पक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक का अनुरोध लंबित था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान लीडर्स लाउंज में अनौपचारिक बातचीत की थी।