कश्मीर घाटी में लगातार दूसरे दिन घने कोहरे के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा

कश्मीर घाटी में लगातार दूसरे दिन घने कोहरे के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा
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2.4, काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे जबकि कोकेरनाग शहर में पारा शून्य से 2.0 डिग्री सेल्सियस नीचे और कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

श्रीनगर । कश्मीर घाटी में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन घने कोहरे के कारण सुबह-सुबह जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। वहीं कश्मीर घाटी के अधिकांश हिस्सों में रात में न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रही। श्रीनगर में रात का न्यूनतम तापमान शून्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। अनंतनाग जिले में पहलगाम जो वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविरों में से एक है वहां न्यूनतम तापमान शून्य से 4.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। बारामूला के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4, काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे जबकि कोकेरनाग शहर में पारा शून्य से 2.0 डिग्री सेल्सियस नीचे और कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने कहा कि महीने के अंत तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वहीं मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर शहर में कोहरे की घनी परत छाई हुई है जिससे लगातार दूसरे दिन सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। सुबह सड़कों पर यातायात सामान्य से कम रहा जबकि दृश्यता कम होने के कारण वाहन धीमी गति से चलते दिखे। श्रीनगर में मंगलवार सुबह कोहरा छाए रहने के कारण दृश्यता 91 मीटर थी। स्थानीय मौसम विज्ञान कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कम दृश्यता के कारण मोटर चालकों को सावधानी से गाड़ी चलानी चाहिए।

कश्मीर घाटी अभी चिल्ला-ए-कलां की चपेट में है। 40 दिनों की सबसे कठोर सर्दियों की अवधि के दौरान शीत लहर चलती है और तापमान काफी गिर जाता है जिससे डल झील सहित जल निकाय भी जम जाते हैं। इस अवधि के दौरान बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक होती है और अधिकांश क्षेत्रों, विशेषकर ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी होती है। चिल्ला-ए-कलां 31 जनवरी को खत्म होगा। हालाँकि उसके बाद 20 दिनों की चिल्ला-ए-खुर्द छोटी ठंड और 10 दिनों की चिल्ला-ए-बच्चा बच्चों की ठंड के साथ ठंड की स्थिति जारी रहेगी।

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