दमोह: मिशनरी अस्पताल के फर्जी डॉक्टर की पुलिस रिमांड 4 दिन बड़ी, जमानत याचिका खारिज

मिशनरी अस्पताल के फर्जी डॉक्टर की पुलिस रिमांड 4 दिन बड़ी, जमानत याचिका खारिज
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दमोह: जिले में ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित अस्पताल में बीते दिनों हुई 7 मरीजों की मौत के मामले में आरोपी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एनजॉन केम की पुलिस रिमांड चार दिन और बढ़ा दी है।

दमोह/ दिनेश चौबे: जिले में ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित अस्पताल में बीते दिनों हुई 7 मरीजों की मौत के मामले में आरोपी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एनजॉन केम की पुलिस रिमांड चार दिन और बढ़ा दी है। दरअसल पुलिस ने पूछताछ के लिए न्यायालय से पांच दिन की पुलिस रिमांड मांगी थी, लेकिन पुलिस पांच दिन में भी आरोपी डॉक्टर से कुछ तथ्यत्मक नहीं निकाल सकी। इसलिए चार दिन की और रिमांड मांगी जिसे न्यायालय द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। मिशन के संचालक अजय लाल से इसका कनेक्शन भी सामने नहीं आ पाया है है। रविवार को पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को पंचम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खंड रिया सिंह के समक्ष पेश किया था सुनवाई के उपरांत न्यायालय ने आरोपी की पुलिस रिमांड 17 अप्रैल तक के लिए लिए भेज दिया है । अब 4 दिन आगामी 17 अप्रैल को पुलिस फिर से आरोपी डॉक्टर को न्यायालय में पेश करेगी।

भोपाल से पहुंचे आरोपी डॉक्टर के वकील

रविवार को आरोपी डॉक्टर के वकील सचिन नायक भोपाल से दमोह पहुंचे उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपने पक्षकार की जमानत के लिए अर्जी लगाई थी साथ ही पुलिस रिमांड पर भी आपत्ति ली थी। परंतु न्यायाधीश ने मेरे पक्षकार की जमानत अर्जी खारिज कर दी है और पुलिस की मांग पर उनके पक्षकार की चार दिन की रिमांड बढ़ा दिया है। वकील नायक का कहना है कि उनके पक्षकार ने सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों की जांच के बाद ही असली या फर्जी होने का पता चल पाएगा। वहीं इस मामले की शासन की ओर से मामले की पैरवी कर रहे एडीपीओ संजय रावत ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि उन्होंने कोर्ट से मांग की थी कि आरोपी की रिमांड बढ़ाई जाए, ताकि उससे और पूछताछ हो सके। उन्होंने बताया कि यह मामला राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर से जुड़ा हुआ है। कई देशों में डॉक्टर के होने की बात सामने आई है, इसलिए सभी जगह से सबूत जुटाने हैं और इसके लिए डॉक्टर से पूछताछ होना जरूरी है।

न्यायाधीश ने उनके तर्क पर सहमति देते हुए आरोपी डॉक्टर की चार दिन की पुलिस रिमांड बढ़ा दी है। अब आगामी 17 अप्रैल को फिर से न्यायालय के सामने आरोपी को पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी यदि हमें आवश्यकता होगी तो हम फिर से न्यायालय से आरोपी की पुनः पुलिस रिमांड की मांग करेंगे। इस पूरे मामले में दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने शनिवार को बताया कि उन्होंने आरोपी डॉक्टर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए पीएचक्यू से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलने पर वे कोर्ट से लॉयल्टी टेस्ट कराने की मांग करेंगे। इससे इस मामले की जांच को सही दिशा मिल सकेगी।

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