Namo App निभा रहा भाजपा उम्मीदवारों के चयन में बड़ी भूमिका, 80 सांसदों के भविष्य पर खतरा
नईदिल्ली। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक गुरुवार देररात शुरू होकर तड़के साढ़े तीन बजे तक चली। सूत्रों के मुताबिक सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करने के साथ पहली सूची के उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा हुई। माना जा रहा है कि भाजपा अपनी पहली सूची दो -तीन दिन में जारी कर सकती है।इसमें करीब वर्तमान 80 सांसदों के टिकट कट सकता है।
बताया जा रहा है पार्टी ने आंतरिक सर्वे , जनता से मिले फीडबैक के आधार पर नाम तय किए है। जिसमें नमो एप की भी बड़ी भूमिका है। नमो ऐप पर जनता से मिले फीडबैक पर भी भाजपा शीर्ष नेतृत्व पूरा ध्यान दे रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है की नमो एप पर मिली प्रतिक्रिया भी सांसदों के टिकट आवंटन में बड़ी भूमिका निभा सकती है। भाजपा ने नमो एप के जरिए जनता से अपने सांसदों के बारे में प्रतिक्रिया मांगी थी। इसके अलावा हर लोकसभा क्षेत्र में कम से कम तीन नेताओं को फीडबैक लेने की जिम्मेदारी भी दी गई थी। भाजपा का मकसद जनता के पसंदीदा नेता को टिकट देना है ताकि अधिक से अधिक सीटों पर जीत मिले। यदि वर्तमान सांसद जनता की उम्मीदों पर खरे उतरते है तो उन्हें भी दोबारा टिकट मिल सकता है।
करीब 120 उम्मीदवारों का नाम तय -
बता दें कि अप्रैल-मई में चुनाव कराए जाने की पूरी संभावना है और जल्द ही चुनाव आयोग इसका ऐलान भी कर सकता है। इसके लिए भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है। भाजपा जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना चाहती है ताकि प्रत्याशियों को प्रचार और जनसम्पर्क के लिए पर्याप्त समय मिल जाएं। इसके लिए बड़े स्तर पर बैठकों और फीडबैक लेने का दौर शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार सर्वे और संगठन की रिपोर्ट के आधार पर करीब 100 से 120 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय हो गए है। जिसकी घोषणा एक-दो दिन में हो सकती है।
80 सांसदों के टिकट कटने का का खतरा
भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन सांसदों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है उनका बिना किसी झिझक के टिकट काट दिया जाएगा। ऐसे में संभव है कि 80 के करीब पुराने सांसदों की जगह पर नए चेहरों को चुनाव में उतारा जाए।