Parbhani Violence: परभणी हिंसा प्रभावित लोगों से राहुल गांधी ने की मुलाकात, कहा - हिरासत में मौत हुई, CM इसके जिम्मेदार

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Parbhani Violence : महाराष्ट्र। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को परभणी हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि, 'वे पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। यह पूरी तरह से हिरासत में मौत का मामला है।'

हिंसा प्रभावित परभणी का दौरा करने के बाद लोकसभा नेता राहुल गांधी ने कहा, "मैंने परिवार और उन लोगों से मुलाकात की है जिन्हें मारा गया है और पीटा गया है। उन्होंने मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वीडियो, तस्वीरें दिखाईं। यह 100% हिरासत में मौत है। उनकी हत्या की गई है और मुख्यमंत्री ने पुलिस को संदेश देने के लिए विधानसभा में झूठ बोला। संविधान। हम चाहते हैं कि इस मामले का तुरंत समाधान हो और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें सजा मिले... विचारधारा जिम्मेदार है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया है, जिन्होंने उन्हें मारा है वे जिम्मेदार हैं और जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।"

दरअसल, परभणी में कलेक्टर कार्यालय के सामने डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति स्थित थी और उनके सामने संविधान की प्रति रखी हुई है। 10 दिसंबर (मंगलवार) की शाम को एक शख्स ने संविधान की प्रति को नुकसान पहुंचाया। जैसे ही यह घटना स्थानीय लोगों को पता चली, उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और आरोपी की पिटाई कर दी।

सूचना मिलते ही नया मोंढा पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। इसके बाद सैकड़ों लोग बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास इकट्ठा होकर आंदोलन करने लगे, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। शहर में धीरे-धीरे बवाल बढ़ने लगा। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई थी।

घटना की सूचना मिलते ही सब डिवीजनल पुलिस अधिकारी दिनकर दंबाले, क्राइम ब्रांच के पुलिस इंसपेक्टर अशोक घोरबंद, नया मोंढा पुलिस इंसपेक्टर शरद मरे और सहायक पुलिस इंसपेक्टर बीआर बंदखड़के के साथ आरसीपी प्लाटून और अन्य थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों से शांत रहने की अपील की। हालांकि, इस दौरान प्रदर्शनकारी लोग आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग करने लगे। इस घटना के बाद शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया।

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