तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द, पैसे के बदले सवाल मामले में कार्रवाई
नईदिल्ली। घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शुक्रवार को लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश कर दी गई है। इस पर बहस के बाद उनकी संसद सदस्यता के निष्काष्न प्रस्ताव को बहुमत से पारित कर दिया गया।
इस बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने महुआ मोइत्रा को एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर सदन में बोलने की इजाजत नहीं दी, कहा कि उन्हें पैनल मीटिंग में मौका मिला।रिपोर्ट में महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश और कानूनी जांच की मांग की गई है। इधर, तृणमूल ने मांग की है कि 500 पेज की रिपोर्ट पढ़ने के लिए 48 घंटों का समय दिया जाए।
मोइत्रा ने कहा मेरा चीरहरण हुआ, अब महाभारत होगा
इसके पहले मीडिया से बात करते हुए महुआ मोइत्रा ने खुद को दुर्गा बताया और कहा कि उन्होंने (भाजपा) मेरा चीर हरण किया है। अब महाभारत का रण होगा। इस पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि महाभारत का रण नहीं होगा। हकीकत यह है कि महाभारत में अधर्म की हार हुई थी और धर्म की जीत। इस मामले में महुआ ने अधर्म किया है, इसलिए हारेंगी।
इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों के हंगामे के चलते पहले 12 बजे तक और बाद में 2:00 बजे तक के लिए स्थापित कर दी गई। इसी बीच आज तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा के कैश फॉर क्वेरी मामले में आचार समिति की रिपोर्ट लोकसभा के पटल पर रखी गई। विपक्ष इस मुद्दे पर हंगामा कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर प्रश्न पूछने का आरोप लगाया था। उन्होंने इन आरोपों पर जांच समिति से जांच कराए जाने की मांग की थी। दूबे के आरोप पर लोकसभा अध्यक्ष ने मामले को संसद की आचार समिति को भेज दिया था। दुबे का आरोप था कि महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से प्रश्न पूछे जाने के एवज में रिश्वत और उपहार लिए हैं। इन आरोपों को हीरानंदानी ने भी स्वीकार किया है।