प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति को फोन किया, कहा - मैं 20 साल से अपमान सह रहा हूँ
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को टेलीफोन कर कल संसद परिसर में कुछ सांसदों की अपमानजनक नाटकीयता पर गहरा दुख व्यक्त किया।
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने धनखड़ से कहा कि वह खुद बीस साल से अधिक समय से इस तरह का अपमान झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन देश के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में, ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उपराष्ट्रपति ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कुछ लोगों की बेतुकी हरकतें मुझे मेरा कर्तव्य निभाने और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों का सम्मान करने से नहीं रोक सकती हैं। मैं संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हूं और इस प्रकार के अपमान मुझे अपने मार्ग से विचलित नहीं कर सकते।
सत्तापक्ष के सदस्य राज्यसभा में प्रश्नकाल में एक घंटे तक खड़े रहेंगे-
वहीँ संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पत्र पढ़ा। राष्ट्रपति ने विपक्षी सदस्यों द्वारा संसद परिसर में राज्यसभा उपसभापति को अपमानित करने पर निराशा जाहिर की है। यहां पर प्रह्ललाद जोशी ने कहा कि विपक्ष के इस तरह के कृत्य की हम घोर निंदा करते हैं।
इसके साथ ही संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि 12 बजे राज्यसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही के दौरान संविधान और उपसभापति के सम्मान में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने एक घंटे तक खड़े रहने का निर्णय लिया।संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने संविधान और उपसभापति का अपमान किया है। विपक्ष ने सारी मर्यादाओं को तार-तार कर दिया।