प्रधानमंत्री मोदी ग्रीस के दूसरे सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित, दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बनी सहमति
नईदिल्ली। भारत और ग्रीस ने अपने संबंधों को ‘रणनीतिक’ स्तर पर ले जाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि दोनों देशों ने तय किया है कि रक्षा, सुरक्षा, ढांचागत निर्माण, कृषि, शिक्षा, नए एवं उभरते तकनीकी कौशल विकास के क्षेत्र में अपने सहयोग को बढ़ाकर अपनी ‘रणनीतिक’ भागीदारी को मजबूती देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रीस यात्रा के दौरान अपने समकक्ष क्यारीकोस मित्सोटाकिस के साथ शुक्रवार को व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ग्रीस के दूसरे सर्वोच्च सम्मान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया। मोदी ने कहा- मैं इस सम्मान के लिए राष्ट्रपति, ग्रीस की सरकार और लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह ग्रीस के लोगों का भारत के प्रति आदर भाव दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्रीस और भारत के बीच दुनिया की दो पुरातन सभ्यताओं, दो पुरातन लोकतांत्रिक विचारधाराओं और दो पुरातन व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों वाला एक स्वाभाविक रिश्ता है। हमारे रिश्ते की बुनियाद प्राचीन और मजबूत है। उन्होंने जानकारी दी कि उनकी यात्रा के दौरान कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में, दोनों देश सैन्य संबंधों के साथ-साथ रक्षा उद्योग को सशक्त बनाने पर सहमत हुए हैं। साथ ही दोनों देशों ने आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर चर्चा की। तय हुआ कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर का भी संवाद होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बताया कि ग्रीस के प्रधानमंत्री और वे इस बात से सहमत हैं कि दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले समय में भी इसमें बढ़ोतरी की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए, दोनों देशों ने 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का निर्णय लिया है। मोदी ने कहा कि 40 साल के लंबे अंतराल के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री ग्रीस आए हैं, फिर भी हमारे रिश्तों की गहराई और गर्माहट कम नहीं हुई है। इसलिए भारत-ग्रीस संबंधों को रणनीतिक स्तर पर ले जाने का फैसला किया गया है। दोनों देशों ने रक्षा और सुरक्षा, बुनियादी ढांचे, कृषि, शिक्षा, नई और उभरती प्रौद्योगिकी और कौशल विकास के क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाने और अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का निर्णय लिया है।