प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ शुरू किया मिशन, जानिए क्या है ये बीमारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ शुरू किया मिशन, जानिए क्या है ये बीमारी
  • सिकल सेल एनीमिया एलेमिनेशन मिशन को फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने 2023 के एनुअल बजट में भी शामिल किया था।
  • प्रतिष्ठा पराशर

वेबडेस्क। सिकल सेल एनीमिया एक रक्त से जुडी बिमारी है ,जो आपके पैदा होने साथ ही आपको आपके माता-पिता से मिलती है(biological)। जिसका इलाज कई सालो से देश के होनहार साइंटिस्ट व डॉक्टर्स ढूंढ़ने में लगे हुए है। इस बीमारी में आपके रेड ब्लड सेल्स ,उनके असल रूप (गोल लचीली डिस्क) से कठोर व चिपचिपे रेड ब्लड सेल्स में बदल जाते है। सिकल सेल्स आपके रेड ब्लड सेल्स को काम करने से रोकती है। जो आपके शरीर में ऑक्सीजन भेजने का काम करते है। जब आपके शरीर में रेड ब्लड सेल्स की गिनती घटने लगे तब सिकल सेल्स उनकी जगह ले लेते है। सिकल सेल एनीमिया के लक्षण आमतौर पर तब शुरू होते हैं जब बच्चे 5 से 6 महीने के होते हैं।

सिकल सेल एनीमिया से सबसे ज्यादा आदिवासी समुदाय ही ग्रस्त होता है। 2011 के सेन्सस के मुताबिक 26 % आदिवासी सिकल सेल एनीमिया के शिकार होते है और लग भग 40% (CNNS 2016-18)आदिवासी बच्चे कुपोषण के शिकार होते है। इसीलिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के शहडोल जिले से इसकी शुरुवात की।

कहाँ -कहाँ होगा लागू

सिकल सेल एनीमिया एलेमिनेशन मिशन को फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने 2023 के एनुअल बजट में भी शामिल किया था। जिसके तहत सरकार की कोशिश है , की 2047 तक सिकल सेल एनीमिया से देश को मुक्त कर सके। इस मिशन की शुरुवात गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, केरल, बिहार और उत्तराखंड से होगी और 278 जिलों में इसे लागू किआ जाएगा।इस मिशन के दौरान देश के 3. 57 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड भी देने का प्रयास रहेगा। नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के दौरे पर कहा की ," 2047 देश 100 वे स्वतंत्रता दिवस क साथ , हम हमारे इस मिशन से मिली तर्रकी की भी खुशियां मनाएंगे। "

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