प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवमतदाताओं से की चर्चा, कहा - युवाओं पर देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को नवमतदाताओं से चर्चा की। उन्होंने कहा की मेरे जीवन में इतने सारे युवाओं के साथ संवाद करने का ये पहला अवसर है और शायद दुनिया के किसी भी राजनेता के लिए भी ये पहला अवसर है।मैं सभी नवमतदाताओं को नमन करता हूं। 18 से 25 वर्ष की आयु ऐसी होती है जब किसी का भी जीवन बहुत से बदलावों का साक्षी बनता है। इन्हीं बदलावों के बीच आप सभी को एक और जिम्मेदारी साथ-साथ निभानी है। ये जिम्मेदारी दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी में भागीदारी की है।
प्रधानमंत्री ने युवाओं से ‘मेरा युवा भारत’ संगठन से जुड़ने और नमो एप पर लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के संकल्प पत्र के लिए भी सुझाव मांगे। उन्होंने कहा, “देश के युवा उनकी प्राथमिकता हैं। हमने हमेशा देश के युवाओं पर सबसे अधिक विश्वास किया है।”उन्होंने कहा, “भारत के युवाओं को वोट देने की अपनी शक्ति का प्रयोग करना चाहिए और नमो ऐप पर अपनी राय व्यक्त करनी चाहिए।” मोदी ने कहा कि यह युवा ही हैं जो अपनी जन-भागीदारी के माध्यम से न केवल भाजपा के चुनाव घोषणापत्र को आकार देंगे, बल्कि भारत की भविष्य की नीति को भी आकार देंगे। प्रधानमंत्री ने सभी से मतदान करने का आग्रह करते हुए कहा, “आइए हम किसी को भी पीछे नहीं छोड़ने का संकल्प लें।”
वोट की ताकत पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, “आज, अगर भारत ने अग्रणी सुधार, डिजिटल बुनियादी ढांचा और एक मजबूत और लचीली अर्थव्यवस्था हासिल की है, तो यह वोट की ताकत का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्र के भरपूर युवा होने के नाते, युवाओं को इन अग्रणी सुधारों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए अपना वोट अवश्य देना चाहिए।”
मोदी ने कहा, “18 से 25 वर्ष के बीच की उम्र युवाओं के जीवन को आकार देती है क्योंकि वे अपने जीवन में गतिशील परिवर्तन देखते हैं।” उन्होंने कहा कि इन बदलावों के साथ-साथ वे विभिन्न जिम्मेदारियों का भी हिस्सा बनते हैं और इस अमृत काल में भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करना भी भारत के युवाओं की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “'अगले 25 साल भारत और उसके युवाओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। 2047 तक भारत को विकसित भारत में बदलना युवाओं की जिम्मेदारी है।”
भारत के स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करते हुए, पीएम मोदी ने टिप्पणी की कि भारत के कई स्वतंत्रता सेनानी 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के थे। उन्होंने कहा, ''अंतरिक्ष, रक्षा, विनिर्माण, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में भारत की क्षमता उसके युवाओं पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि यह आपका वोट है जो भारत का भविष्य तय करेगा।भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत के युवाओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शासन भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति को बढ़ावा देने वाले राजनीतिक दलों के हाथों में न जाए।” उन्होंने कहा, “युवाओं की भूमिका एक समृद्ध और सुरक्षित भारत के लिए 'आओ वोट करें और उन्हें वोट देने दें' को सक्षम बनाना है।”
भारतीय युवाओं की सराहना करते हुए मोदी ने कहा, “'भारतीय युवाओं के पास प्रेरणा और नवीनता के साथ-साथ परंपरा और प्रतिभा भी है। उन्होंने कहा कि भारत के लोग असंभव को हासिल करने के लिए अपने युवाओं की ओर देखते हैं।” मोदी ने कहा कि इसके लिए, सरकार ने सुधारों और बुनियादी ढांचे के मामले में बहुत जरूरी संवर्धन प्रदान करके इस विकास प्रक्रिया में सहायता की है।
युवाओं की क्षमताओं पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि ये सही समय है और भारत के युवा बड़े लक्ष्य की कल्पना कर रहे हैं और उन्हें हासिल भी कर रहे हैं। मोदी ने कहा, “2030 तक शून्य उत्सर्जन-आधारित भारतीय रेलवे और 2070 तक भारत के शुद्ध-शून्य उत्सर्जन सहित विभिन्न नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि भारतीय युवाओं को भी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और 100 प्रतिशत रेल विद्युतीकरण का बीड़ा उठाना चाहिए।
सत्ता में स्थिर सरकार के साथ सुधार की क्षमता पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह एक स्थिर सरकार के कारण है कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, जीएसटी का कार्यान्वयन, नारी शक्ति वंदन अधिनियम का पारित होना और बड़े पैमाने पर एफडीआई का आगमन संभव हो सका।” मोदी ने कहा, पिछले 10 वर्षों में सरकार का लक्ष्य केवल सुधार करना रहा है। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में, सरकार ने भ्रष्टाचार से शासन में विश्वसनीयता और घोटालों से उपलब्धियों में सफलता की कहानियों में बदलाव किया है।” उन्होंने कहा कि हमने केवल विभिन्न क्षेत्रों मंं भारत के लिए अवसरों को सुगम बनाया है।