प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री मोदी कर रहे तप, जमीन पर सो रहे, नारियल पानी पी रहे
नईदिल्ली। अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यजमान बनाया गया है। जिसके लिए वे 11 दिनों का अनुष्ठान कर रहे है। इसके लिए वे शास्त्रों में बताएं नियमों का कडाई से पालन कर रहे है।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने स्वयं ही आचार्यों से प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए यजमान के लिए तय नियमों की जनकारी ली थी। वैदिक आचार्यों द्वारा बताए गए नियमों के अनुसार ही वे सभी नियमों का कड़ाई से पालन कर रहे हैं। जिसमें जमीन पर सोना और शरीर को शुद्ध करने का व्रत शामिल है। इसके अलावा वे जमीन पर केवल एक कंबल बिछाकर सो रहे हैं। इसके अलावा वह केवल नारियल पी रहे हैं।
अयोध्या में शुरू हुई पूजन विधि
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या में 16 जनवरी से पूजन विधि शुरू हो गई है। तीसरे दिन आज भगवान श्री रामलला की नई प्रतिमा को गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा करेंगे। इस समारोह के लिए 7 हजार लोगों को निमंत्रण भेजा गया है।