Pune Porsche Accident: पुणे में पोर्श कार ने बाइक में मारी टक्कर, 2 लोगों की मौत, कोर्ट ने कहा निबंध लिखो और घर जाओ, क्या है पूरा मामला

Pune Porsche Accident: पुणे में पोर्श कार ने बाइक में मारी टक्कर, 2 लोगों की मौत, कोर्ट ने कहा निबंध लिखो और घर जाओ, क्या है पूरा मामला
कोर्ट ने इस शर्त पर नाबालिग आरोपी को रिहा किया है। आरोपी को 15 दिनों के लिए येरवडा की ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने और दुर्घटना पर एक निबंध लिखने के लिए कहा।

Pune Road Accident: पुणे। रविवार को महाराष्ट्र के पूणे में एक तेज़ रफ्तार पोर्श कार ने बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक पर दो लोग सवार थे, टक्कर के बाद तेज रफ्तार कार दोनों बाइक सवारों को कई मीटर तक घसीट कर ले गई है। मौके पर ही दोनो बाइक सवारों की मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक, मामला पुणे के कल्याणी इलाके का बताया जा रहा है। कार सवार टक्कर मारने के बाद बाइक सवार को कई मीटर तक घसीटते ले गया। हादसे में बाइक पर सवार दो युवाओं की मौत हो गई। मरने वाले लोगों की पहचान अनीश अवधिया और अश्विनी कोष्टा के रूप में हुई है। दोनों आईटी इंजीनियर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे और इस समय पुणे मे रह रहे थे। अवधिया के दोस्त अकिब मुल्ला ने इस मामले में येरवडा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई।

पुलिस ने इस मामले पर तत्परता दिखाते हुए पोर्श कार को चला रहे नाबालिग लड़के पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि अभी पुलिस ये पता नहीं लगा पाई है कि रात के वक्त नाबालिग युवक नशे में था या नहीं, पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए लड़के के ब्लड सेंपल को लेकर जांच के लिए भेज दिया है। वहीं पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रात के वक्त में किसने इस नाबालिग को शराब परोसी है।

कोर्ट ने क्या कहा

पुलिस ने आरोपी लड़के को रविवार दोपहर पुणे की हॉलिडे कोर्ट में पेश किया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने उसकी हिरासत और आरोपी पर मुकदमा चलाने की इजाजत मांगी, लेकिन कोर्ट ने इनकार कर दिया और आरोपी को जमानत पर रिहा कर दिया। कोर्ट ने इस शर्त पर नाबालिग आरोपी को रिहा किया है। आरोपी को 15 दिनों के लिए येरवडा की ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने और दुर्घटना पर एक निबंध लिखने के लिए कहा।bh इतना ही नहीं, वकील पाटिल ने यह भी बताया कि आरोपी को एक ऐसे डॉक्टर से इलाज कराने के लिए कहा गया है जो उसको शराब छोड़ने में मदद कर सके। वकील पाटिल ने कहा कि हमें जांच पर पूरा भरोसा है और हम पुलिस एजेंसियों के साथ सहयोग करना जारी रखेंगे।

सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग शुरू

हालांकि इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर न्यायपालिका पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। लोगों का कहना कि क्या इसी तरह से कोर्ट के जज न्याय करेंगे, कोर्ट के सामने तो बालिग,और नाबालिग सब एक समान होता है। फिर इस नाबालिग को कोर्ट ने कैसे छोड़ दिया।

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