राहुल गांधी ने मप्र में ढूंढ लिया ज्योतिरादित्य सिंधिया का विकल्प, सौंप दी अहम जिम्मेदारी
भोपाल। मप्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। ये चुनाव भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए बेहद अहम है। साल 2018 में जो कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहारे सत्ता में पहुंची थी। उस कांग्रेस के लिए ये विधानसभा चुनाव ऐसा पहला चुनाव होगा जब सिंधिया विरोध में खड़े होंगे। ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल ये क्या कांग्रेस में ऐसा कोई नेता है जो ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह ले सकेगा?
कांग्रेस को लेकर ये सवाल इसीलिए उठ रहा है क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष थे। उन्हीं के नेतृत्व में कांग्रेस में पूरा चुनाव लड़ा था। उस समय हर उम्मीदवार की यहीं इच्छा थी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके पक्ष में एक बार प्रचार करें। सिंधिया के तूफानी प्रचार के चलते कांग्रेस ने पंद्रह साल बाद सत्ता में वापसी की थी। इसके बाद हाईकमान ने सिंधिया की जगह कमलनाथ को वरीयता देते हुए मुख्यमंत्री बनाया था।
कांग्रेस को मिला सिंधिया का विकल्प -
इसी बीच अब ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस ने अब मप्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया का विकल्प खोज लिया है। राहुल गांधी के बेहद करीबियों में शामिल इंदौर से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को कांग्रेस हाईकमान ने प्रचार अभियान समिति का सह प्रभारी बनाया है। इसके साथ ही जन आक्रोश रैली में भी करीब 1,900 किलोमीटर लंबी यात्रा की कमान जीतू पटवारी को सौंपी गई है। बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद से वह आक्रामक रुख में नजर आ रहे है। जन आक्रोश यात्रा में उनकी सभाओं में बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ पहुंच रही है। जो कभी कांग्रेस में सिंधिया की जनसभाओं में नजर आया करती थी।
राहुल गांधी के सबसे करीबी
बता दें की वर्तमान में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बाद जीतू पटवारी ही ऐसे नेता है, जिनकी गिनती राहुल गांधी के बेहद करीबियों में होती है। जिसकी झलक कोई मौकों पर नजर आ चुकी है। मंदसौर में किसान गोली कांड के दौरान जीतू पटवारी ही अपनी बाइक पर बैठाकर राहुल गांधी को लेकर गए थे। वहीँ भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी जीतू पटवारी इंदौर में राहुल गांधी के साथ साइकिल से लेकर बुलेट पर नजर आए थे।