राजनाथ ने जकार्ता में तिमोर-लेस्ते के रक्षा मंत्री को दिया भारत के समर्थन का भरोसा

राजनाथ ने जकार्ता में तिमोर-लेस्ते के रक्षा मंत्री को दिया भारत के समर्थन का भरोसा
इंडोनेशिया में अपने कार्यक्रमों के दूसरे और अंतिम दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जकार्ता में तिमोर-लेस्ते (पूर्वी तिमोर) के रक्षा मंत्री रियर एडमिरल प्रोफेसर डॉ. डोनासियानो डो रोसारियो दा कोस्टा गोम्स के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने तिमोर-लेस्ते की विकास आवश्यकताओं, विशेषकर रक्षा क्षेत्र में भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। दोनों मंत्रियों ने भारत में निर्मित रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण सहित भविष्य के सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की।

दोनों मंत्रियों ने भारत में निर्मित रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के बारे में चर्चा की

राजनाथ सिंह ने जकार्ता में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की

नई दिल्ली ।इंडोनेशिया में अपने कार्यक्रमों के दूसरे और अंतिम दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जकार्ता में तिमोर-लेस्ते (पूर्वी तिमोर) के रक्षा मंत्री रियर एडमिरल प्रोफेसर डॉ. डोनासियानो डो रोसारियो दा कोस्टा गोम्स के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने तिमोर-लेस्ते की विकास आवश्यकताओं, विशेषकर रक्षा क्षेत्र में भारत के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। दोनों मंत्रियों ने भारत में निर्मित रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण सहित भविष्य के सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की।

तिमोर-लेस्ते के रक्षा मंत्री ने तिमोर-लेस्ते में दूतावास खोलने के भारत के फैसले का स्वागत किया और अपने मंत्रालय के समर्थन की पेशकश की। उन्होंने आसियान का पूर्ण सदस्य बनने के तिमोर-लेस्ते के प्रयासों में भारत के समर्थन के लिए रक्षा मंत्री को भी धन्यवाद दिया। बाद में राजनाथ सिंह ने जकार्ता में विविध और भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की, जिसमें देश के विभिन्न भारतीय संगठनों के नेता और सदस्य भी शामिल थे।

उन्होंने भारत के साथ उनके घनिष्ठ संबंध की सराहना की और पिछले दशक में डिजिटल इंडिया, नई शिक्षा नीति, महिला सशक्तीकरण, जल जीवन अभियान, ग्रामीण सड़क कनेक्टिविटी, प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण आदि जैसे भारत सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जकार्ता में शिव मंदिर का दौरा करके वहां पूजा-अर्चना की। इससे पहले रक्षा मंत्री ने जकार्ता में 16 नवंबर को 10वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम)-प्लस में भाग लिया था।

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