MOHAN BHAGWAT: जानिए क्यों खबरों में हैं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
Mohan Bhagwat on BJP: नागपुर। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी ने सरकार बना ली है, के साथ भारत के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी शपथ भी ले ली है। मंत्रालयों का बटवारा भी हो गया है। वहीं इन सब चीजों के बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की बीजेपी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि अहंकार न पालें, काम करें।
नागपुर में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के द्वितीय समापन समारोह को मोहन भागवत संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मणिपुर को लेकर कहा कि हमारे पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में एक साल से स्थिति गंभीर बनी हुई है। उस पर किसी ने नहीं ध्यान दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि काम करें, अहंकार न पालें।
प्रचार के दौरान हमारे करने से समाज में मन-मुटाव बढ़ेगा, दो गट बंटेंगे, आपस में शंका-संशय उत्पन्न होगा, इसका भी ख्याल नहीं रखा गया और बिना कारण संघ जैसे संगठनों को भी उसमें खींचा गया। टेक्नोलॉजी का सहारा करके असत्य बातें परोसी गईं।#RSSVrag_2 pic.twitter.com/fvLmQqsVUC
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) June 11, 2024चुनाव नतीजों के बारे में बोलते हुए मोहन भागवत ने कहा कि नतीजे आ चुके हैं और सरकार बन चुकी है, इसलिए इस बात पर अनावश्यक चर्चा से बचा जा सकता है कि क्या और कैसे हुआ। उन्होंने सरकार और विपक्ष के बीच आम सहमति की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि जनता के लिए काम किया जा सके। आरएसएस प्रमुख ने कहा, "चुनाव आम सहमति बनाने की प्रक्रिया है। संसद में दो पक्ष होते हैं, ताकि किसी भी प्रश्न के दोनों पहलुओं को प्रस्तुत किया जा सके।"
उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया में समाज बदल गया है, जिसके परिणामस्वरूप व्यवस्थागत परिवर्तन हुआ है। यही लोकतंत्र का सार है।" मोहन भागवत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे राजनीतिक दल और नेता एक-दूसरे की बुराई कर रहे हैं, लेकिन वे इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं कि इससे समुदायों के बीच दरार पैदा हो सकती है। उन्होंने अफसोस जताया कि आरएसएस को भी इसमें घसीटा जा रहा है। आरएसएस प्रमुख ने कहा, "जिस तरह से लोग एक-दूसरे को गाली देते हैं, तकनीक का दुरुपयोग करते हैं और चुनाव प्रचार के दौरान फर्जी खबरें फैलाते हैं, वह सही नहीं है।"