G20 Summit : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सराहा घोषणा पत्र, कहा - मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास पर केन्द्रित
नईदिल्ली। जी 20 के अध्यक्षीय प्रेस वार्ता में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा कि नई दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणापत्र मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है और जी -20 के इतिहास में ये पहला मौक़ा है जब इस समावेशी घोषणापत्र पर सभी देशों ने एक स्वर में अपनी सहमति जताई है ।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और जी20 शेरपा के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में विदेश मंत्री ने कहा कि घोषणापत्र सतत् विकास लक्ष्यों की प्रगति में तेजी लाने के लिए एक कार्ययोजना का प्रारूप है। इसमें स्थिर भविष्य के लिए हरित विकास के समझौते की कल्पना की गई है। उन्होंने बताया कि यह यह स्थायी विकास के लिए जीवनशैली पर उच्च-स्तरीय सिद्धांतों, हाइड्रोजन के स्वैच्छिक सिद्धांतों, टिकाऊ लचीली नीली अर्थव्यवस्था के लिए चेन्नई सिद्धांतों और खाद्य सुरक्षा और पोषण पर डेक्कन सिद्धांतों का समर्थन करता है। जी20 घोषणापत्र में परिवर्तन, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान देने के साथ प्रौद्योगिकी की समावेशी भूमिका पर प्रकाश डाला गया है।
जयशंकर ने कहा कि भारत ने जी20 अध्यक्षता को समावेशी और व्यापक बनाने का प्रयास किया है। यह संतोष का विषय है कि भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ जी20 का स्थाई सदस्य बना है। क़रीब 80 पैराग्राफ वाले इस घोषणापत्र में जलवायु परिवर्तन से लेकर महिला सशक्तिकरण जैसे सभी मुद्दों पर ज़ोर दिया गया है ।