Atal Bihari Vajpayee: वाजपेयी की नीतियों ने बदला भारत, अटल की 100वीं जयंती पर PM मोदी का विशेष लेख
PM Modi's Article Atal Bihari Vajpayee 100th Birth Anniversary
PM Modi's Article Atal Bihari Vajpayee 100th Birth Anniversary : नई दिल्ली। आज अटल बिहारी वाजपेयी की 100 जयंती है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको याद करते हुए विशेष आलेख लिया है। इस आलेख में पीएम मोदी ने वाजपेयी की राजनीतिक यात्रा से लेकर उनके जीवन में वाजपेयी का प्रभाव के बारे में बताया है। पीएम मोदी ने इस आलेख में बताया कि,कैसे वाजपेयी जी की दूर दृष्टि और उनकी नीतियों ने भारत को बदला है। आइये जानते हैं पीएम मोदी के आलेख के हाइलाइट्स... ।
आज 25 दिसंबर को हम सभी के लिए एक विशेष दिन है, क्योंकि भारत अपने प्रिय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती मना रहा है। वे न केवल एक महान राजनेता थे, बल्कि एक प्रेरणास्त्रोत भी थे, जिनकी नीतियों और विचारों ने भारत को नई दिशा दी। अटल जी के नेतृत्व में भारत ने राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से नई ऊँचाइयों को छुआ।
अटल जी का प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत को राजनीतिक स्थिरता प्राप्त हुई, खासकर जब 1998 में उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उस समय देश राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा था, और लोग सरकारों के कामकाज पर संदेह कर रहे थे। लेकिन अटल जी ने अपनी समझदारी, दूरदृष्टि और नेतृत्व से भारत को मजबूती प्रदान की। उन्होंने आम नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई, जिनसे देश के हर हिस्से में विकास हुआ।
उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार और परिवहन क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास हुआ। उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना (Golden Quadrilateral Project) की शुरुआत की, जिसने देश के विभिन्न हिस्सों को एकजुट किया। दिल्ली मेट्रो परियोजना (Delhi Metro Project) और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (Prime Minister Gram Sadak Yojana) जैसी पहलें अटल जी की दूरदृष्टि का उदाहरण हैं, जिन्होंने भारतीय जनता को बेहतर संपर्क और सेवाएं प्रदान कीं।
अटल जी का प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे बड़ा साहसिक कदम पोखरण में परमाणु परीक्षण (Pokhran Nuclear Tests) था। इन परीक्षणों ने न केवल भारत की वैज्ञानिक क्षमता को दर्शाया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत किसी भी बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने अपनी सरकार के दौरान भारत की संप्रभुता की रक्षा की और वैश्विक मंच पर भारत को सम्मान दिलाया।
अटल जी ने भारतीय राजनीति में गठबंधन राजनीति की नींव रखी और एनडीए (NDA) सरकार का नेतृत्व करते हुए सभी राजनीतिक दलों को एक साथ लाने का प्रयास किया। उनकी संसदीय प्रतिभा ने उन्हें विपक्ष के खिलाफ भी सम्मान दिलाया, और उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में उभरी।
अटल जी न केवल एक कुशल नेता थे, बल्कि वे एक साहित्यिक व्यक्ति भी थे। उनकी कविताएं और विचार आज भी भारतीयों के दिलों में जीवित हैं। उनका व्यक्तित्व और उनके विचारों का प्रभाव आज भी हमारे समाज पर है। उनके नेतृत्व के दौरान, भारत ने न केवल आर्थिक विकास किया बल्कि सामाजिक सुधारों में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए।
अटल जी का जीवन देश के लिए एक प्रेरणा है। उनकी 100वीं जयंती पर, हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके योगदान को याद करते हैं और उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं। उनका विश्वास था कि भारत की सशक्तता ही उसकी असली पहचान है, और आज भी उनका यह दृष्टिकोण हमारे लिए मार्गदर्शन करता है।
अटल जी के नेतृत्व में भारत ने जो कार्य किए, वे आज भी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण हैं और हम सभी को उनके आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता और उनकी 100वीं जयंती पर हम उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लें।