महंगे टिकट के कारण कई रूटों पर वंदे भारत ट्रेन को नहीं मिल रहे यात्री, रेलवे किराया कम करने की कर रहा तैयारी
मुंबई। रेलवे की सबसे लग्जरी ट्रेन वंदे भारत की संख्या देश भर में बढ़ती जा रही है। सरकार देश के हर हिस्से को इन ट्रेनों के माध्यम से जोड़ने की कोशिश कर रही है। लग्जरी सुविधाओं से भरपूर ये ट्रेन आरामदायक सफर कराती है लेकिन महंगे किराए के कारण इस ट्रेन को कई रूटों पर यात्री नहीं मिल रहे है। जिसे देखते हुए रेलवे ने कुछ रूट्स पर किराया कम करने की योजना बनाई है।
इसके लिए रेलवे ने छोटे रूट पर किराये की समीक्षा शुरू कर दी है। जिन रूट्स पर किराए को कम किया जा सकता है, उसमें इंदौर-भोपाल, भोपाल-जबलपुर और नागपुर-बिलासपुर के रूट शामिल हैं। रेलवे के अनुसार महंगे टिकट होने के कारण बेहद कम यात्री मिल रहे है। जून में भोपाल-इंदौर रूट पर वंदे भारत ट्रेन की सिर्फ 29 प्रतिशत सीट भरी थीं। जबकि इंदौर-भोपाल रूट पर महज 21 प्रतिशत सीट भरी थीं। वर्तमान में इन दोनों शहरों के बीच वंदे भारत ट्रेन 3 घंटे से भी कम का समय लेती है। एसी चेयर कार का किराया 950 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1525 रुपये है। कम सीटें भरने की स्थिति को देखते हुए रेलवे कम दूरी वाली वंदे भारत ट्रेन के किराये में अच्छी-खासी कटौती कर सकता है।
रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इन रूटों पर किराया कम करने से यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है। बता दें की वर्तमान में देश भर में कुल 24 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। सबसे ज्यादा सीटें कासरगोड-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में भरी जा रही है। यहां आक्युपेंसी 183 प्रतिशत है, वहीँ गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल, वाराणसी-नयी दिल्ली, देहरादून-अमृतसर और मुंबई-शोलापुर के बीच ट्रेनों में 100 फीसदी बुकिंग रही।