BJP New President: कैसे होता है बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव, इन नेताओं के नाम की चर्चा तेज़, जानिए पूरी प्रक्रिया

BJP New President: कैसे होता है बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव, इन नेताओं के नाम की चर्चा तेज़, जानिए पूरी प्रक्रिया
जेपी नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनते ही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा। इस समय बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने वाले नाम की बात की जाए तो सबसे ज्यादा चर्चा में विनोद तावड़े का नाम है।

BJP New President: लोकसभा चुनाव 2024 का चुनाव खत्म हो चुका है। बीजेपी और उसके सहयोगी गठबंधन ने मिलकर सरकार बना ली है। भले ही एनडीए गठबंधन ने जो देश के सामने 400 पार की सीटों का वायदा किया था उसपर बीजेपी और उसका सहयोगी गठबंधन खरा नहीं उतर पाया हो मगर तीसरी बार पीएम मोदी प्रधानमंत्री बनने में सफल हुए हैं।

इसी के साथ मंत्रालयों का भी बटवारा हो चुका है। इस बार पीएम मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में 71 सांसदों को मंत्री बनाया गया है, जिन्हें मंत्रालयों का आवंटन भी कर दिया गया है। इन मंत्रियों के नाम की लिस्ट में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी नाम शामिल है, नड्डा को इसबार स्वास्थय मंत्री बनाया गया है। नड्डा के मंत्री के बनने के बाद कयास बाजी शुरू हो गई है कि उनके बाद अब बीजेपी की बाग डोर किसके हांथों में जाने वाली है। आईए आपको समझाते हैं कि बीजेपी अध्यक्ष बनने के लिए क्या प्रक्रिया होती है।

अध्यक्ष बनने की रेस में कौन- काैन से नेता

जेपी नड्डा के केंद्रीय मंत्री बनते ही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा। इस समय बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने वाले नाम की बात की जाए तो सबसे ज्यादा चर्चा में विनोद तावड़े का नाम है। विनोद तावड़े महाराष्ट्र से आने वाले तावड़े राज्य स्तर पर मंत्री रह चुके हैं और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदाय से आते हैं। वे वर्तमान में बिहार के प्रभारी महासचिव हैं। इसके अलावा अमित शाह का करीबी माने जाने वाले राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल का नाम भी चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि सुनील बंसल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्व प्रचारक रह चुके हैं।

कैसे होता होता है चुनाव

बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए सर्वप्रथम यह देखा जाता है कि अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाला नेता कितने साल से बीजेपी के साथ जुड़ा है। नामांकन करने वाला व्यक्ति कम से कम 15 साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य होना चाहिए। इस पद के चुनाव के लिए करीब 20 सदस्य अपना प्रस्ताव पेश कर सकते हैं। इसके बाद प्रस्ताव पर 5 प्रदेशों के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों की सहमति होनी जरूरी है।

कितने साल का होता है बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल

बता दें कि बतौर बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है। एक व्यक्ति लगातार दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रह सकता है। इसके साथ ही पार्टी के परिषद, समिति और कार्यकारिणी के नेताओं का कार्यकाल भी 3 साल का ही होता है। वहीं पार्टी अध्यक्ष बनने की तय उम्र 18 साल रखी गई है। मगर उनका संबंध किसी अलग दूसरी राजनीतिक पार्टी से संंबंध नहीं होना चाहिए।

कब समाप्त हो रहा है नड्डा का कार्यकाल

आज से 17 दिनों के बाद आने वाली 30 जून की तारीख को जेपी नड्डा का बतौर बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद कार्यकाल समाप्त हो रहा है और बीजेपी के नियमों में इस बात का जिक्र है कि नड्डा का कार्यकाल तब तक बढ़ाया जा सकता है जब तक नए अध्यक्ष का चयन नहीं कर लिया जाता, हालांकि कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव भी चर्चा में है। 2020 में नड्डा को भी अध्यक्ष बनाए जाने से पहले कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

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