क्या ताइवान से युद्ध चाहता है चीन?, वायु सीमा में 56 लड़ाकू विमान भेजे
ताइपे। ताइवान की सीमा में चीन ने सोमवार को बड़ी हिमाकत दिखाते हुए ताइवान के डिफेंस जोन में अपने 56 लड़ाकू विमानों को भेजा। ताइवान ने बीजिंग से भड़काऊ कार्रवाई को रोकने की अपील की है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक उसके डिफेंस जोन में आने वाले लड़ाकू विमानों में 34 जे-16 लड़ाकू विमान और 12 एच-6 बमवर्षक विमान थे। हालांकि ताइवान की वायुसेना ने चीन के लड़ाकू विमानों को वापस लौटने पर मजबूर किया।
इससे पहले चीन ने शुक्रवार को राष्ट्रीय दिवस पर 38 और शनिवार को 39 लड़ाकू विमानों को ताइवान की ओर भेजा था। रविवार को उसने 16 अतिरिक्त विमानों को उसकी ओर भेजा था। बता दें कि पिछले दो वर्षों में चीन ने ताइवान के डिफेंस क्षेत्र में कई बार अतिक्रमण किया है। ताइवान को धमाकाने के इरादे से चीन लगातार इस तरह की हरकत करता आ रहा है। शुक्रवार से लेकर अभी तक चीन ऐसे ही लगभग 150 लड़ाकू विमानों को ताइवान के हवाई क्षेत्र में भेज चुका है।
इन घटनाओं पर अमेरिकी विदेश विभाग ने वक्तव्य जारी करके कहा था, 'हम बीजिंग से अनुरोध करते हैं कि वह ताइवान के खिलाफ सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव एवं बल पूर्वक कार्रवाई बंद करे। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने रविवार को एक बयान में कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ताइवान के पास पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की आक्रामक सैन्य गतिविधि से चिंतित है क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर कर रहा है।