कोविड-19 से ग्रस्त कृषि क्षेत्र को 19 अरब डॉलर की मदद देंगे : ट्रम्प
वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोविड -19 से ग्रस्त कृषि क्षेत्र के लिए 19 अरब डॉलर अर्थात 76 अरब रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। इस राशि में से सौलह अरब डालर की राशि कृषि आधारित किसानो को दी जाएगी। इसके अलावा तीन अरब डालर की राशि के मूल्य के खाद्य पदार्थों में डेयरी और माँस उत्पाद ख़रीदे जाएँगे। ये उत्पाद कोरोना की मार झेल रहे निर्धन और असहाय लोगों के लिए बने फ़ूड बैंकों में वितरित की जाएगी। अमेरिकी कृषि इकानमी इंडोनेशियाई इकानमी से भी विशाल है।
बता दें, कृषि क्षेत्र को दी जाने वाली यह आर्थिक मदद अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध से उत्पन्न संकट के अलावा है। पिछली गर्मियों में चीन ने जब अमेरिकी सोया और सुअर के माँस का आयात बंद कर दिया था, तब अमेरिका के उत्तर पूर्वी राज्यों में सोया, डेयरी और सुअर की फ़ार्मिंग करने वालों को भारी क्षति हुई थी। उस समय ट्रम्प ने इन किसानों को सौलह अरब डालर की आर्थिक मदद दी थी। कृषि में ज़्यादातर रिपब्लिकन पार्टी के समर्थित किसान हैं, जिनके सैकड़ों एकड़ में फ़ार्म हैं। ट्रम्प प्रशासन किसानों को अभी तक 28 अरब डालर की मदद दे चुका है।
भारत से भौगोलिक आकार में तीन गुना विशाल अमेरिका में मात्र सात करोड़ 73 लाख भू क्षेत्र में खाद्य पदार्थ की खेती होती है, जबकि इस से दस गुना बड़े भू भाग पर चरागाह हैं, इस चरागाह में गाय का पालन पोषण होता है, जिससे डेयरी उद्योग चलता है।
अमेरिका में कृषि क्षेत्र में सोया और मक्की की उपज बहुतायत में होती है। इसमें से प्रतिवर्ष साठ प्रतिशत सोया अर्थात २३ अरब डालर का निर्यात चीन को किया जाता है, जो उसी माल को प्रसंस्कृत कर अमेरिका और यूरोप को भेज देता है।