आक्रमकता से दिखती है ड्रैगन की असली सोच : अमेरिका
नई दिल्ली। व्हाइट हाउस ने बुधवार को चीन के भारत के साथ चल रहे सीमा टकराव पर तीखी टिप्पणियों में ड्रैगन की 'आक्रामकता' को दोषी ठहराया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकनी ने दैनिक ब्रीफिंग में राष्ट्रपति को कोट करते हुए कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर ड्रैगन का आक्रामक रुख दुनिया के अन्य हिस्सों में चीनी आक्रामकता के एक बड़े पैटर्न के साथ फिट बैठता है और ये कार्रवाई चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की वास्तविक प्रकृति की पुष्टि करता है।
व्हाइट हाउस ने 15 जून की घातक झड़पों के बाद कहा था कि वह स्थिति की "बारीकी से निगरानी" कर रहा था। प्रेस सचिव ने भारतीय सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया और अमेरिका ने स्थिति के 'शांतिपूर्ण समाधान' की उम्मीद की। मैकएनी ने कहा कि व्हाइट हाउस ने अभी भी इस मुद्दे को नहीं छोड़ा था। भारत और चीन दोनों ने ही गलत इच्छा व्यक्त की है और हम वर्तमान स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं।
यह एक शेपर स्थिति को दर्शाता है जो व्हाइट हाउस के आसपास विकसित हो रहा था और बाहर, विशेष रूप से राज्य सचिव माइक पोम्पिओ द्वारा निर्धारित किया गया था। यह भारत-चीन सीमा मुद्दे को दक्षिण चीन सागर में और दुनिया में कहीं और चीनी आक्रामक व्यवहार के बड़े संदर्भ में रखता है।
भारत और चीन के बीच बीते मई की शुरुआत से ही एलएसी पर सीमा विवाद को तनाव चल रहा है। यह तनाव पिछले महीने 15 जून को तब और बढ़ गया, जब पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, तो वहीं चीन के कमांडर समेत 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। दोनों देशों के बीच उपजे तनाव को कम करने के लिए दोनों देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी कई बार बैठक कर चुके हैं, लेकिन चीन के धोखेबाजी के चलते अभी तक पूरी तरह से सफलता नहीं मिली है।