भारत ने मालदीव को सौंपे दो गिफ्ट, दोनों देशों ने आपसी सहयोग को मजबूत करने पर सहमति जताई
मालदीव। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की तीन दिवसीय मालदीव यात्रा ख़त्म होने पर बुधवार को संयुक्त बयान जारी किया गया। मालदीवियन समकक्ष मारिया दीदी के निमंत्रण पर गए राजनाथ सिंह ने भारत और मालदीव के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने आपसी चिंता के क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों की एक विस्तृत शृंखला पर चर्चा की और रक्षा एवं सुरक्षा क्षेत्रों में अपने सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने मालदीवियन समकक्ष रक्षा मंत्री मारिया दीदी के निमंत्रण पर 01 मई 2023 को माले पहुंचे। दोनों मंत्रियों ने क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने पर जोर देते हुए आम सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत को स्वीकारा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानून और नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का सम्मान करने के महत्व को रेखांकित किया और इन सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
दोनों पड़ोसी देशों ने संयुक्त अभ्यास और सैन्य अधिकारियों की यात्राओं सहित रक्षा सहयोग में हुई प्रगति का स्वागत किया। उन्होंने आतंकवाद का मुकाबला, आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सर्वोत्तम प्रथाओं और विशेषज्ञता को साझा करने के महत्व को भी नोट किया। दोनों मंत्री रक्षा व्यापार, क्षमता निर्माण और संयुक्त अभ्यास के क्षेत्रों सहित सहयोग के लिए अतिरिक्त रास्ते तलाशने पर सहमत हुए। उन्होंने दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच लोगों से लोगों के संपर्क और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी चर्चा की।
भारत ने फास्ट पेट्रोल वेसल और एक लैंडिंग क्राफ्ट आक्रमण जहाज सौंपा-
संयुक्त बयान में कहा गया है कि यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से शिष्टाचार मुलाकात की। राजनाथ सिंह ने मारिया दीदी और मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह की उपस्थिति में मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बलों (एमएनडीएफ) को एक फास्ट पेट्रोल वेसल और एक लैंडिंग क्राफ्ट आक्रमण जहाज सौंपा। मालदीवियन राष्ट्रपति सोलिह की हाल की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों जहाज उपहार में देने की घोषणा की थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि मालदीव को भारत की ओर से दो जहाज सौंपना हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के प्रति साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
इस यात्रा के दौरान दोनों रक्षा मंत्रियों ने संयुक्त रूप से मालदीव तट रक्षक 'एकथा हार्बर' की आधारशिला रखी। कोस्ट गार्ड हार्बर का विकास और मरम्मत की सुविधा भारत की सबसे बड़ी अनुदान सहायता परियोजनाओं में से एक है। यात्रा समाप्ति पर रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह ने गर्मजोशी पूर्ण और सौहार्दपूर्ण आतिथ्य की सराहना की। दोनों पक्षों ने अपने देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने की फिर से पुष्टि करते हुए कहा कि वे भविष्य में बातचीत और सहयोग जारी रखने के लिए तत्पर हैं। इस यात्रा ने अपने-अपने देशों और क्षेत्र की सुरक्षा एवं समृद्धि को बढ़ाने के लिए दो मित्र पड़ोसियों के रिश्तों को नया आकार दिया।