बांग्लादेश मुद्दे पर ओवैसी ने सरकार को घेरा, कहा- भारत स्पष्ट करे वो शेख हसीना के साथ है या पड़ोसी मुल्क के साथ
असदुद्दीन ओवैसी ने बांग्लादेश की हालत को देखते हुए ये बयान दिया है कि अगर हम जल्द ही बांग्लादेश में अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं करते है तो पाकिस्तान और चीन उस पर कब्ज़ा करना शुरू कर देंगे। साथ ही ओवैसी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया बहुत सुस्त दिखाई दे रहा है। मोदी सरकार ने भारत की विदेश निति का मजाक बना कर रख दिया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी से सीधे तौर पर सवाल पूछा कि आप ये जल्द स्पष्ट करें कि भारत किसके साथ है? शेख हसीना के साथ या पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के साथ? आपको बता दें कि बांग्लादेश की हालत इतनी ख़राब हो गई है कि वहां की प्रधानमंत्री को अपने पद से इस्तीफ़ा देकर तुरंत देश छोड़ना पड़ा। शेख हसीना फिलहाल तो भारत में है लेकिन ये अभी तक कन्फर्म नहीं है कि वो कब तक यहाँ रहेंगी। हालांकि उनके साथ भारत आए कई रिश्तेदार लंदन के लिए निकल गए
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या पूछा सवाल
एक टीवी इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी ने साफ़ तौर पर कहा, पीएम मोदी यह क्यों नहीं कह रहे हैं कि हम बांग्लादेश की जनता के साथ हैं। आप हटाए गए नेता के साथ हैं या फिर जनता के साथ, यह बताना चाहिए।” इसके साथ ओवैसी ने यह भी कहा कि कल को अगर बांग्लादेश में किसी और की सरकार बनती है और वो शेख हसीना पर केस चलाती है तो ऐसे में पीएम मोदी क्या करेंगे? उन्होंने कहा,”मोदी सरकार की जो नीति है, वो नेताओं पर आधारित है। जबकि विदेश नीति देश के आधार पर होती है।
विदेश निति पर भी उठाये सवाल
बातचीत के दौरान ओवैसी ने कहा, “आज विदेश मंत्री एस जयशंकर सर्वदलीय बैठक में कह रहे हैं कि इस मामले में पाकिस्तान का हाथ हो सकता है। उनके डिप्लोमैट ने अपना डीपी चेंज किया है। अब आप लोग डीपी देखेंगे। ये कैसा मजाक है। आप लोगों को मालूम होना चाहिए कि यह हो रहा है। वो कहते हैं कि चीन और यूएस ने मिलकर किया है। वो कब से मिल गए। उन्होंने हमारी विदेश नीति का मजाक बनाकर रख दिया है।” आखिर ऐसे कैसे आप देश को संभाल रहें है।
भारत देश खतरे में है: ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि बांग्लदेश में जिस तरह से हालात बने हुए है उससे भारत पर भी लगातार संकट मंडरा रहा है। लेकिन पीएम मोदी को इस बात का जरा सा भी एहसास नहीं हो रहा है। अगर होता तो अब तक वो अपना रुख बांग्लादेश की जनता को लेकर साफ़ कर दिए होते। उन्होंने यह क्यों नहीं कहा कि हम बांग्लादेश की जनता के साथ हैं। कल को वहां की सरकार कहती है कि हमारे नेता को हमें वापस लौटाओ, तो हम क्या करेंगे।