प्रधानमंत्री ने वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को संबोधित किया, कहा -ऐसी सरकारों की जरूरत जो सबको साथ लेकर चले
अबुधाबी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएई के दौरे पर है। पीएम ने यहां वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को संबोधित किया। उन्होंने कहा आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत जो सबको साथ लेकर चले, जो क्लीन हो, भ्रष्टाचार से दूर हो। ऐसी सरकार जो पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों को लेकर गंभीर हो।विश्व को ऐसी सरकार चाहिए जो ईज ऑफ लिविंग, ईज ऑफ बिजनेस को अपनी प्राथमिक बनाए।
मोदी ने आगे कहा मैंने 13 साल भारत के गुजरात राज्य में लोगों की सेवा की। केंद्र में लोगों की सेवा करते हुए मुझे 10 साल होने वाले हैं। मेरा मानना है कि सरकार का अभाव नहीं होना चाहिए और न ही सरकार का दबाव होना चाहिए। लोगों के जीवन में सरकार का दखल कम से कम होना चाहिए। कोरोना के बाद दुनियाभर में सरकारों पर भरोसा कम हुआ। लेकिन भारत में ऐसा नहीं हुआ। बीते सालों में भारत सरकार पर देश के लोगों का भरोसा बढ़ा है। भारतीयों को सरकार की कमेटमेंट पर पूरा विश्वास है।
उन्होंने कहा कि मेरा सबसे बड़ा सिद्धांत रहा है-मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस मैंने हमेशा ऐसा environment create करने पर जोर दिया है, जो नागरिकों में Enterprise और Energy दोनों को और बढ़ाए। हम Top-Down और Bottom-Up अप्रोच के साथ-साथ Whole Of Society अप्रोच को लेकर भी चले हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि प्रकृति से जितना हासिल किया है, उसे लौटाने का प्रयास भी करना चाहिए। इसलिए भारत ने विश्व को एक नया मार्ग सुझाया है, जिस पर चलते हुए हम पर्यावरण की बहुत मदद कर सकते हैं। ये मार्ग है - मिशन लाइफ यानि Lifestyle For Environment का ये मिशन Pro Planet People का रास्ता दिखाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हमने 50 करोड़ से ज्यादा ऐसे लोगों को बैंकिंग से जोड़ा जिनके पास बैंक अकाउंट नहीं था। इन लोगों को जागरूक करने के लिए बड़ा अभियान चलाया। हम भारतीय महिलाओं का आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण कर रहे हैं। हमने कानून बनाकर भारतीय महिलाओं को संसद में रिजर्वेशन किया। हम उनकी स्किल डेवलपमेंट पर फोकस कर रहे हैं।मोदी ने कहा- भारत में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको-सिस्टम है। सबका साथ सबका विकास मंत्र पर काम किया जा रहा है। इस बात पर फोकस दिया जा रहा है कि सरकार की योजनाओं का हर किसी को फायदा मिले। इसमें कोई भेदभाव या भ्रष्टाचार न हो।हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। जब सरकारें पारदर्शिता को प्राथमिकता देती है तो इसके सकारात्मक नतीजे मिलते हैं। आज भारत के लोगों के पास डिजिटल आइडेंटिटी है। भारतीयों के मोबाइल उनके बैंकिंग से जुड़े हुए हैं।