भारतीयों के दिल में बांग्लादेश के लिए ख़ास स्थान,
नईदिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को ढाका में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीयों के दिल में बांग्लादेश का खास स्थान है। हमारा एक अनोखा घनिष्ठ संबंध है और यह सदियों पुराने नातेदारी, साझा भाषा और संस्कृति पर आधारित है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत मजबूत अर्थव्यवस्था की दिशा में बंगलादेश की यात्रा में सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है, जैसे-जैसे आप अधिक समृद्धि की ओर बढ़ते हैं, आपके साथ भागीदारी करता है। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसे बांग्लादेश के समर्थन में खड़ा होगा जो इस देश के मुक्ति आंदोलन से उभरे मूल्यों का प्रतीक है। उन्हें विश्वास है कि 1971 में रक्त और बलिदान से बना यह बंधन भविष्य में दोनों राष्ट्रों को एक साथ जोड़े रहेगा।
पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेशी नागरिकों के संघर्ष को याद करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह अत्याचार से मुक्ति पाने के लिए लोगों द्वारा किए गए महान बलिदानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। विकट परिस्थितियों से लड़ने और अन्याय के खिलाफ खड़े होने के उनके अदम्य साहस को हम सलाम करते हैं। पाकिस्तानी सेना की ओर से ध्वस्त किए गए काली मंदिर के उनके द्वारा उद्घाटन पर कोविंद ने कहा कि ऐतिहासिक रमना मंदिर भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बंधन का प्रतीक है।
कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति कोविंद अपनी तीन दिवसीय यात्रा के बाद स्वदेश रवाना हो गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए 15 से 17 दिसंबर तक बांग्लादेश की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर रहे थे। गुरुवार को उन्होंने ढाका की संसद में आयोजित विजय दिवस समारोह में भाग लिया था।