जकार्ता में रूसी विदेश मंत्री से मिले भारतीय विदेश मंत्री, यूक्रेन संकट पर हुई चर्चा
नईदिल्ली। जकार्ता में आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की बैठक में म्यांमार की स्थितियों पर विशेष चर्चा हुई। खाद्य सुरक्षा एवं समुद्री डोमेन पर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया गया। इस बैठक से इतर भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बातचीत की। इस दौरान यूक्रेन संकट पर भी चर्चा की गयी।
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर इन दिनों इंडोनेशिया दौरे पर हैं। वे वहां जकार्ता में आयोजित आसियान देशों के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक में हिस्सा लेने गए हैं। इस बैठक से इतर जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव से मुलाकात की। जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उनके और लावरोव के बीच द्विपक्षीय आर्थिक मुद्दों और यूक्रेन संकट से जुड़े मामलों को लेकर व्यापक चर्चा हुई। भारत ने यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान पर एक बार फिर जोर दिया।
इससे पहले आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की बैठक गर्मजोशी भरी और सार्थक चर्चाओं के साथ हुई। भातीय विदेश मंत्री जयशंकर के साथ सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने इस सत्र की अध्यक्षता की। इस दौरान आसियान देशों के साथ भारत की व्यापक रणनीतिक साझेदारी को लागू करने में हुई प्रगति पर चर्चा की गयी। वित्तीय प्रौद्योगिकी और डिजिटल उन्नयन के साथ खाद्य सुरक्षा और समुद्री डोमेन पर अधिक ध्यान देने की बात कही गयी। विदेश मंत्रियों ने म्यांमार की स्थिति पर भी अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।
भारतीय विदेश मंत्री ने जकार्ता में थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री डॉन प्रमुदविनई से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय चिंताओं और हमारे साझा कनेक्टिविटी हितों पर चर्चा की। इनकी अगली मुलाकात में होगी, जहां दोनों देश द्विपक्षीय रिश्तों की मजबूती पर चर्चा करेंगे। भारतीय विदेश मंत्री ने सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की। जयशंकर ने बताया कि सिंगापुर के विदेश मंत्री के साथ दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई। उन लोगों ने वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में हाल ही में हुई गतिविधियों का सकारात्मक मूल्यांकन किया। दोनों नेताओं ने सिंगापुर में प्रस्तावित मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक में रिश्तों की मजबूती के लिए बड़े फैसलों की उम्मीद जाहिर की।