भारत के आंतरिक मामलों में अमेरिकी सांसद कर रहे हस्तक्षेप का प्रयास
वाशिंगटन। अमेरिकी सीनेट में विदेशी संबंधों की समिति के अध्यक्ष बॉब मेनेंडिज और सीनेट के प्रमुख नेता चक शूमर ने विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन को पत्र लिखा है। दोनों ने संयुक्त पत्र में ब्लिंकन से आग्रह किया है कि वह भारत में कृषि कानूनों के अलावा किसानों और पत्रकारों के साथ किए गए व्यवहार के सिलसिले में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करें।
इस पत्र में कहा गया है कि भारत लंबे समय से अमेरिका का रणनीतिक साझेदार रहा है। इसके लिए वह साझे मूल्यों और भारतीय अमेरिकी समुदाय को धन्यवाद करते हैं। पत्र में किसान आंदोलन पर भारत सरकार की प्रतिक्रिया पर चिंता व्यक्त की गई है। पत्र में बोलने की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार का उल्लेख भी किया गया है। साथ ही प्रदर्शन भारत सरकार की अनुमति से हो रहे हैं।
पत्र में कहा गया है कि स्थानीय प्रशासन ने प्रदर्शनों के कारण इंटरनेट सुविधा बंद कर दी और शिविरों में रहनेवाले लोगों को पानी और बिजली की सुविधा भी नहीं दी । पत्रकारों के काम में रुकावट डाली गई। पत्र में यह भी कहा गया है कि भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है लेकिन वह 26 जनवरी को लाल किले पर प्रदर्शनकारियों पर हुए अत्याचार की निंदा करते हैं।