अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया, जिहादी मसूद खान को नहीं बनाओ राजदूत
वाशिंगटन। अमेरिका में पाकिस्तान के अगले राजदूत मसूद खान के नाम की घोषणा पर अमेरिकी सांसद स्कॉट पेरी ने ऐतराज जताते हुए राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिखकर इस नियुक्ति को खारिज करने का आग्रह किया है। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले पाकिस्तान ने हिजबुल समर्थक मसूद खान को अमेरिका में नया राजदूत बनाने की घोषणा के बाद से विवाद छिड़ा हुआ है।
अमेरिका सांसद ने पेरी ने बाइडन को लिखे पत्र में कहा कि मुझे बताया जा रहा है कि विदेश विभाग ने कथित तौर पर मसूद खान को पाकिस्तान से नए राजदूत के रूप में मंजूरी देने पर रोक लगा दी है, लेकिन रोक पर्याप्त नहीं है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप मसूद खान द्वारा प्रस्तुत किसी भी राजनयिक प्रमाण पत्र को अस्वीकार करें और पाकिस्तान सरकार द्वारा इस जिहादी को संयुक्त राज्य अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के रूप में स्थापित करने के किसी भी प्रयास को अस्वीकार करें।
उन्होंने कहा कि इमरान खान सरकार द्वारा क्षेत्र में हमारे हितों - साथ ही साथ हमारे भारतीय सहयोगियों की सुरक्षा - को कमजोर करने के लिए काम करने वाले एक सच्चे आतंकवादी हमदर्द का नामांकन किया है।पेरी ने कहा कि इमरान खान ने हिजबुल मुजाहिदीन सहित आतंकवादियों और विदेशी आतंकवादी संगठनों, दोनों की प्रशंसा की है। उन्होंने युवाओं को हिजबुल मुजाहिदीन के पूर्व कमांडर बुरहान वानी जैसे जिहादियों का अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसने भारत के खिलाफ लड़ाई छेड़ी थी।
उन्होंने कहा कि 2010 में, आफिया सिद्दीकी को अमेरिकी सैनिकों की हत्या के प्रयास का दोषी ठहराया गया था। तब से, जिहादियों ने उसकी रिहाई के लिए नियमित रूप से मांग की है।मसूद खान पाकिस्तान के कट्टरपंथी अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। मसूद खान को लेकर कहा जाता है कि वो खुद को कश्मीर में मारे गए कई आतंकियों को भी मसीहा बता चुका है। अब अमेरिका जैसे देश में उसकी राजदूत के तौर पर नियुक्ति चर्चा का विषय बनी है। वैसे अमेरिका ने उसकी नियुक्ति पर रोक लगाई हुई है।