अमेरिका ने दो दशक बाद छोड़ा अफगानिस्तान, तालिबानियों ने फायरिंग कर मनाया जश्न
काबुल।अमेरिका ने तय सीमा से एकदिन पहले ही अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से हटा लिया है। अमेरिकी सेना के अंतिम तीन सी-17 विमानों ने 30-31 अगस्त की आधी रात काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी। हाल ही में काबुल हवाई अड्डे पर हुए बम धमाके में अमेरिका के 13 सैनिकों की मौत हो गई थी। काबुल से अमेरिकी सैनिकों के जाने के बाद तालिबान ने हवा में फायरिंग कर जश्न मनाया।
तालिबान ने अब काबुल हवाई अड्डे पर भी पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। अमेरिकी सैनिकों के काबुल से रवाना होने के बाद तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा कि स्थानीय समय के अनुसार अमेरिका का आखिरी विमान सैनिकों को लेकर 9 बजे काबुल से रवाना हुआ। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को बताया था कि पिछले 17 दिनों में 1,20,000 अमेरिकी और विदेशी नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि वे मंगलवार को अमेरिकी जनता को संबोधित करेंगे और बताएंगे कि उन्होंने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को हटाने का निर्णय क्यों लिया
कब्जे से मुक्ति -
इसी बीच काबुल हवाई अड्डे पर तालिबान ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि दुनिया को इससे सीखना चाहिए और यह हमारे लिए अपनी जीत का जश्न मनाने का समय है। दरअसल अफगानिस्तान में तालिबान के हमले और 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद से हवाईअड्डे पर अराजक दृश्य देखा था। हजारों अफगानों ने हवाई अड्डे को घेर लिया, कुछ अमेरिकी सी-17 सैन्य कार्गो जेट के किनारे पर लटकने के बाद उनकी मौत हो गई। पिछले हफ्ते हवाईअड्डे पर इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमले में कम से कम 169 अफगानी और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे।तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने वीडियो पोस्ट कर कहा है कि अल्लाह के करम से कब्जाधारियों ने हमारे देश को पूरी तरह से छोड़ दिया है। यह जीत हमें अल्लाह ने दी है। यह हमारे 20 साल के बलिदान का नतीजा है।