Hindenburg: अडानी समूह सहित कई कंपनियों पर बड़े खुलासे करने वाली हिंडनबर्ग आखिर क्यों हो रही बंद
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Hindenburg : अपने खुलासों से अडानी समूह सहित कई कंपनियों में तहलका मचाने वाली हिंडनबर्ग बंद होने जा रही हैं। अमेरिका शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारत में अडानी समूह सहित दुनिया भर की कई कंपनियों के बारे में सनसनीखेज खुलासे किये थे।
हिंडनबर्ग के संस्थापक नैट एंडरसन ने रिसर्च फर्म की आधिकारिक वेबसाइट पर एक व्यक्तिगत नोट में लिखा गया है कि, जैसा कि मैंने पिछले साल के अंत से परिवार, दोस्तों और हमारी टीम के साथ साझा किया है, मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को भंग करने का निर्णय लिया है। योजना यह थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उनकी पाइपलाइन पूरी होने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। और पिछले पोंजी मामलों के अनुसार, जिन्हें हमने अभी पूरा किया है और नियामकों के साथ साझा कर रहे हैं, वह दिन आज है।"
जनवरी 2023 में, न्यूयॉर्क स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी समूह पर ‘स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी योजना’ का आरोप लगाया था, जिसे बंदरगाहों से लेकर बिजली तक के समूह ने नकार दिया था।
अगस्त 2024 में हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और उनके पति दावल बुच के पास अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी है। बुच ने इन आरोपों का खंडन किया था और इन्हें ‘दुर्भावनापूर्ण, शरारती और चालाकीपूर्ण’ करार दिया था।
हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, "अभी-अभी जो खबर आई है कि हिंडनबर्ग ने अपनी दुकान बंद कर दी है, उससे यह स्पष्ट है कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के उद्देश्य से किया गया एक प्रेरित, प्रायोजित, संगठित और लक्षित हमला था, जो आर्थिक अराजकता और आर्थिक आतंकवाद से कम नहीं था।"