IPL 2025: आईपीएल में चमकने को तैयार भोपाल का ये युवा खिलाड़ी, सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी टीम में किया था शामिल...

Bhopal's Aniket In IPL
Bhopal's Aniket In IPL : आईपीएल न सिर्फ क्रिकेट का सबसे बड़ा मंच है, बल्कि यह कई युवा खिलाड़ियों के सपनों को हकीकत में बदलने का जरिया भी बन चुका है। हर सीजन में कई नए चेहरे इस लीग के जरिए अपनी पहचान बनाते हैं, लेकिन यहां तक पहुंचना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद ने भले ही अभी तक अपना पहला मुकाबला नहीं खेला है, लेकिन टीम का एक खिलाड़ी पहले ही चर्चा में आ गया है। हम बात कर रहे हैं अनिकेत वर्मा की, जिनकी संघर्षभरी कहानी किसी भी युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा बन सकती है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से आने वाले अनिकेत ने मुश्किल हालातों के बावजूद खुद को इस मुकाम तक पहुंचाया है।
जानिए अनिकेत की कहानी
अनिकेत वर्मा पहली बार आईपीएल का हिस्सा बनने जा रहे हैं और उनके लिए यह सफर किसी सपने से कम नहीं है। आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में सनराइजर्स हैदराबाद ने इस युवा प्रतिभा पर भरोसा जताते हुए उन्हें 30 लाख रुपये में अपनी टीम का हिस्सा बनाया। 23 साल के अनिकेत ने पिछले साल एमपी प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन करते हुए 32 गेंदों में शतक जड़ा था, जिसने सभी का ध्यान उनकी ओर खींचा।
इसके बाद से ही वह चयनकर्ताओं की नजर में हैं। अभ्यास मैच में भी अनिकेत ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया, जहां उन्होंने श्रीलंकाई स्पिनर कामिंदु मेंडिस के खिलाफ लगातार चार गेंदों पर चार छक्के समेत सिर्फ 16 गेंदों पर 46 रन बनाए। उनके प्रदर्शन से पता चलता है कि वह बड़े मंच के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
चाचा के भरोसे ने बनाया क्रिकेटर
अनिकेत वर्मा की जिंदगी की शुरुआत ही संघर्षों से भरी रही है। उन्होंने बहुत कम उम्र में अपनी मां को खो दिया था, उस वक्त उनकी उम्र महज तीन साल थी। मां के निधन के बाद उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली, जिसके बाद अनिकेत की परवरिश की जिम्मेदारी उनके चाचा अमित वर्मा ने संभाली। चाचा ही उनके जीवन में मार्गदर्शक बने और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। अमित वर्मा ने अनिकेत को सिर्फ संभाला ही नहीं, बल्कि उन्हें एक क्रिकेटर बनाने के लिए हर जरूरी कदम उठाया। उन्होंने अनिकेत को दस साल की उम्र में पहली बार क्रिकेट एकेडमी में दाखिल कराया, जहां से अनिकेत के क्रिकेट सफर की असली शुरुआत हुई। इसके बाद अनिकेत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार मेहनत कर अपने खेल को निखारते गए।
अपने संघर्ष भरे सफर के बारे में बात करते हुए अनिकेत वर्मा ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनका पारिवारिक बैकग्राउंड उतना मजबूत नहीं था, लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन और चाचा का भरपूर समर्थन मिला। उन्होंने बताया कि उनका क्रिकेट सफर रेलवे यूथ क्रिकेट क्लब से शुरू हुआ, जहां नंदजीत सर ने उन्हें बेसिक ट्रेनिंग दी। इसके बाद अंकुर क्लब में ज्योतिप्रकाश त्यागी सर ने उनकी बल्लेबाजी को निखारने में अहम भूमिका निभाई।
फिलहाल वह फेथ क्रिकेट क्लब में अपनी ट्रेनिंग जारी रखे हुए हैं। अनिकेत ने भावुक होते हुए कहा कि उनके संघर्ष से ज्यादा असली संघर्ष उनके चाचा का रहा है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद उन्होंने कभी भी उन्हें किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी। यहां तक कि खुद की जरूरतें पीछे रखकर उनकी हर जरूरत पूरी की। आईपीएल में मौका मिलने को लेकर अनिकेत ने कहा, "मुझे सिर्फ एक मौका चाहिए था, और अब जब वो मिल गया है, तो मेरी कोशिश होगी कि मैं इस मौके को पूरी तरह से भुना सकूं और इसे यूं ही न गंवाऊं।"
अनिकेत वर्मा की कहानी इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि अगर जुनून और मेहनत सच्ची हो, तो हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों, मंज़िल जरूर मिलती है।