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उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से 179 सड़कें बंद, 03 अगस्त तक येलो अलर्ट
देहरादून। उत्तराखंड में ऋषिकेश-यमुनोत्री,गंगोत्री और बदरीनाथ राजमार्ग सहित 03 बार्डर सहित कुल 144 सड़कें बाधित हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है। मौसम विभाग की ओर से राज्य में गरज-चमक के साथ तीव्र से अति तीव्र दौर बारिश और भारी बारिश को लेकर 03 अगस्त तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस चेतावनी को लेकर शासन प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
देहरादून सहित प्रदेश के अधिकतर जनपदों में पहाड़ से लेकर मैदान तक रविवार सुबह चटक धूप निकली। हालांकि आसमान में आंशिक बादल भी छाए हुए हैं। चिलचिलाती धूप की गर्मी से लोग परेशान भी दिखे। सूर्यदेव का दोपहर तक लुकाछिपी का खेल जारी रहा।मौसम विभाग की पूर्वानुमान के मुताबिक के प्रदेश के सात जिलों देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश भर में 01 लेकर 03 अगस्त तक कहीं-कहीं गरज चमक के साथ भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है।
प्रदेश लगातार हो रही बारिश से सड़कों को बंद होने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में कुल 10 जिलों में 179 सड़कें बंद हैं। इनमें से तीन-तीन राष्ट्रीय राजमार्ग और बार्डर मार्ग सहित 06 राज्य मार्ग बंद हैं। उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-94) डाबरकोट के पास भू-स्खलन होने के कारण यातायात बंद है। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-108) सूनगर व स्वालीगाड़ में मलबा आने के कारण बाधित है।चमोली जिले में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) लामबगड़ के पास मलबा आने से बाधित है। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में 03 बार्डर मार्ग बंद है। बीआरओ टीम बंद मार्ग को खोलने की कार्रवाई जारी है।प्रदेश में 15 जून से लेकर अब तक 43 लोगों को सड़क दुर्घटना में जान गंवानी पड़ी है, जबकि 147 लोग घायल हुए और तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। राज्य में अतिवृष्टि से 15 जून से लेकर अब तक 30 लोगों की मौत हुई है जबकि 25 लोग घायल हुए हैं।