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महाराजा हरी सिंह के पोते ने छोड़ी कांग्रेस, कहा- पार्टी जम्मू-कश्मीर में जमीनी मुद्दों से दूर
श्रीनगर। नेतृत्व संकट और चुनावों में लगातार हार के संकट से गुजर रही कांग्रेस को एक और झटका लगा है। जम्मू कश्मीर के महाराज और कांग्रेस नेता कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख इस्तीफा भेज दिया है।
I hereby tender my resignation from the Indian National Congress.
— Vikramaditya Singh (@vikramaditya_JK) March 22, 2022
My position on critical issues vis-à-vis Jammu & Kashmir which reflect national interests do not align with that of the Congress Party. @INCIndia remains disconnected with ground realities. @INCJammuKashmir pic.twitter.com/g5cACgNf9y
उन्होंने कांग्रेस पर जम्मू कश्मीर के लोगों की भावनाओं को महसूस करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि, मेरा मानना है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की भावनाओं और आकांक्षाओं को महसूस करने में असमर्थ है। वहीँ विक्रमादित्य सिंह ने ट्वीट लिखा-" मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना इस्तीफा देता हूं. जम्मू-कश्मीर के महत्वपूर्ण मुद्दों पर मेरे विचार, जो राष्ट्रीय हितों को दर्शाते हैं कांग्रेस पार्टी के साथ मेल नहीं खाते हैं. कांग्रेस जमीनी हकीकत से कट गई है."
राजनीतिक सफर -
गौरतलब है की विक्रमादित्य सिंह जम्मू-कश्मीर के पूर्व महाराज हरी सिंह के पौत्र और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के रिश्तेदार भी है। पीडीपी ने विक्रमादित्य सिंह को 2015 में विधान परिषद में नामित किया था। 2017 में उन्होंने महबूबा मुफ्ती के साथ मतभेद के बाद पार्टी और विधान परिषद की सदस्यता, दोनों से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद साल 2018 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। चार साल कांग्रेस में रहने के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। विक्रमादित्य सिंह का ये इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब आने वाले समय में जल्द ही राज्य में 370 हटने के बाद पहली बार चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है।