खुलासा : एमसीडी चुनाव में आप विधायक ने बेचे टिकट, ACB ने छापा मारकर किया गिरफ्तार

खुलासा : एमसीडी चुनाव में आप विधायक ने बेचे टिकट, ACB ने छापा मारकर किया गिरफ्तार

नईदिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर टिकट वितरण में रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है। इसमें बड़ी कार्रवाई करते हुए एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक शाखा) ने मॉडल टाउन से आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले ओम सिंह और पीए शिवशंकर पांडेय उर्फ विशाल पांडेय समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीसरे आरोपित की पहचान प्रिंस रघुवंशी के रूप में हुई है।

आरोप है कि अखिलेश पति त्रिपाठी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में शिकायतकर्ता ने 90 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। गोपाल खारी ने यह शिकायत सोमवार को एसीबी से की थी, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए एसीबी ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक कमला नगर महिला सुरक्षित सीट से गोपाल खारी की पत्नी शोभा खारी को टिकट मिलना था। एसीबी अधिकारियों के मुताबिक अखिलेश पति त्रिपाठी ने टिकट के लिए 90 लाख रुपये की मांग की, जिसमें से उन्होंने 35 लाख रुपये अखिलेश पति त्रिपाठी और 20 लाख रुपये अखिलेश के कहने पर वजीरपुर से विधायक राजेश गुप्ता को दे दिए।बचे हुए 35 लाख टिकट मिलने के बाद देने की बात तय हुई थी, लेकिन 12 नवंबर को शिकायतकर्ता (गोपाल खारी) की पत्नी का नाम लिस्ट में नहीं था। इसके बाद शिकायतकर्ता गोपाल खारी ने ओम सिंह से संपर्क किया और तो उसने पैसे वापस करनी की बात कही। शिकायतकर्ता ने बाद में इसकी शिकायत एसीबी से की और साक्ष्य के तौर पर रिश्वत देते समय रिकॉर्ड किया वीडियो और ऑडियो भी मुहैया करवाया।

शिकायत के बाद शिकायत के बाद आरोपितों की पकड़ के लिए टीम का गठन किया गया। टीम ने 15 और 16 नवंबर 2022 को आरोपियों के घर पर जाल बिछाया। आरोपित शिव शंकर पांडे उर्फविशाल पांडे और प्रिंस रघुवंशी की मौजूदगी में रंगेहाथ पकड़े गए, जब आरोपी रिश्वत की राशि 33 लाख रुपये वापस करने आए।अखिलेश पति त्रिपाठी एमएलए/मॉडल टाउन पर पीओसी अधिनियम की धारा 7/13 और आईपीसी की धारा 171 (ई) के तहत प्राथमिकी संख्या 11/2022 के तहत मामला 15.11.2022 को पीएस भ्रष्टाचार निरोधक शाखा, दिल्ली में दर्ज किया गया है। साथ ही तीन नामजद आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों के पास से टीम ने रिश्वत के रुपये 33 लाख जब्त किए गए हैं। मामले की आगे की जांच पूरे मामले का पता लगाने और साक्ष्य जुटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।



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