Achievements of ISRO: ISRO की इन बड़ी उपलब्धियों पर हर भारतीय को गर्व है...

Achievements of ISRO: ISRO की इन बड़ी उपलब्धियों पर हर भारतीय को गर्व है...
Achievements of ISRO: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने पिछले कुछ सालों में विज्ञान के क्षेत्र में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी कामयाबी हासिल की है।

Achievements of ISRO: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने पिछले कुछ सालों में विज्ञान के क्षेत्र में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी कामयाबी हासिल की है। बतादें कि, एसएलवी-3 India का पहला स्वदेशी सैटेलाइट लॉन्च वेहिकल था। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर थे। जानकारी के अनुसार इसरो के मार्स मिशन को सबसे सस्ता बताया जाता है। इस पर करीब 450 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हॉलीवुड फिल्म ग्रेवेटी के खर्चे से भी कम बताया था।

ISRO ने अनेक उपग्रहों, अंतरिक्ष यानों, और अन्य तकनीकी कार्यक्रमों के माध्यम से विज्ञान, विश्वास, और योग्यता का परिचय दिया है। आज हम यहां उनकी कुछ सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे में जाएंगे।

1. मंगलयान -1 (Mangalyaan-1)


2013 में भारतीय अंतरिक्ष यान, मंगलयान-1, की सफलता ने भारत को मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक पहुंचाया। यह भारत को पहला एशियाई देश बनाता है जो मंगल की कक्षा में प्रवेश करने वाला था।

2. चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 (Chandrayaan-1 and Chandrayaan-2)


चंद्रयान-1 (2008) भारत की पहली चंद्रयान मिशन थी, जो चंद्रमा की सतह पर भारतीय अवधारणा के लिए महत्वपूर्ण डेटा देती थी। चंद्रयान-2 (2019) ने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंड किया, लेकिन वहां पर संपर्क खो दिया। जिसके बाद इस मिशन ने भारत को पहला देश बनाया है जिसने चंद्रमा पर लैंडर भेजा है।

3. भारतीय नाविक उपग्रह


ISRO ने भारत के नेविगेशन, अवलोकन और संचार के लिए भारतीय नाविक उपग्रह अपडेट किए हैं। इन उपग्रहों की मदद से भारत ने अपनी अपनी नई यात्राओं की सुविधा को मजबूत बनाया है।

4. सैटेलाइट निर्माण और लॉन्च


ISRO ने अनेक उपग्रहों का निर्माण और सफल लॉन्च किया है, जिसमें भारतीय स्थायी उपग्रहों का शामिल है जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण हैं।

5. PSLV-C21 रॉकेट


साल 2012 में, ISRO ने अपना 100वां अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किया और PSLV-C21 रॉकेट का उपयोग किया जिसने दो सैटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया।

ISRO ने अपने संबंधित क्षेत्रों में निरंतर उन्नति की है और वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे साबित होता है कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपने प्रगतिशील प्रयासों से अपनी पहचान बना रहा है।

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