पंजाब के बाद अब महाराष्ट्र ने 31 मई तक बढ़ाया लॉकडाउन
मुंबई। कोरोना वायरस के कहर के बीच महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने का फैसला लिया है। पंजाब के बाद अब महाराष्ट्र ने लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया है। इस तरह से पंजाब और महाराष्ट्र ने औपचारिक तौर पर लॉकडाउन-4 की घोषणा कर दी। महाराष्ट्र देश का वह राज्य है, जहां कोरोना वायरस ने सबसे अधिक तबाही मचाहई है। दरअसल, केंद्र सरकार पहले ही यह कह चुकी है कि देश में लॉकडाउन का चौथा चरण भी लागू होगा, जिसकी औपचारिक घोषणा आज किसी भी वक्त हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज यानी 17 मई को लॉकडाउन 3.0 की मियाद पूरी हो रही है।
महाराष्ट्र के ऐलान के एक दिन पहले यानी शनिवार को ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में लागू कोविड-19 लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा, लेकिन सरकार कर्फ्यू वाली पाबंदियां हटा लेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, '18 मई से राज्य मे कर्फ्यू नहीं होगा। लेकिन लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा। उन्होंने संकेत दिया कि 18 मई से कुछ हद तक सार्वजनिक परिवहन भी चलने लगेगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 18 मई से और ढील की घोषणा करेगी, लेकिन साथ ही उन्होंने राज्य में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लोगों की मदद मांगी। अमरिंदर सिंह ने कहा, ''मैं 18 मई से ज्यादातर दुकानों और छोटे उद्योगों को खोलने की अनुमति दूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा, ''निजी स्कूलों की फीस में इस साल कोई वृद्धि नहीं होगी।
महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की बड़ी तहाबी देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र में कोविड-19 के कुल 30706 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इनमें से 7088 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें छुट्टी दे दी गई है। इस राज्य में अब तक सबसे अधिक 1135 लोगों की जान जा चुकी है।
देश में कोरोना की स्थिति: भारत में कोरोना वायरस की एक दिन में अब तक की सबसे बड़ी उछाल देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 4987 नए मामले सामने आए हैं और करीब 120 लोगों की मौतें हुई हैं। रविवार को जारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर करीब 90927 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 2872 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 90927 केसों में 53946 एक्टिव केस हैं, वहीं 34108 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या फिर वह ठीक हो चुके हैं।