रामगोपाल मिश्रा हत्याकांड: बहराइच हिंसा पर बोले अखिलेश यादव - चुनाव का आना और साम्प्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफ़ाक़ नहीं
बहराइच हिंसा पर बोले अखिलेश यादव - चुनाव का आना और साम्प्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफ़ाक़ नहीं
उत्तरप्रदेश। बहराइच में हुई हिंसा अब राजनीतिक रूप लेने लगी है। बहराइच में युवक की हत्या और दुर्गा मां की प्रतिमा पर पथराव की घटना पर संज्ञान लेने के लिए भले ही सीएम ने आदेश दे दिए हों लेकिन विपक्ष अब प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा - "चुनाव का आना और साम्प्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफ़ाक़ नहीं।"
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "चुनाव का आना और साम्प्रदायिक माहौल का बिगड़ जाना, ये इत्तफ़ाक़ नहीं है। जनता सब समझ रही है। हार के डर से हिंसा का सहारा लेना किसकी पुरानी रणनीति है, सब जानते हैं। ये उप चुनाव की दस्तक है। दिखावटी क़ानून-व्यवस्था की जगह अगर सरकार सच में पुख़्ता इंतज़ाम करे तो सब सही हो जाएगा लेकिन ऐसा होगा तब ही जब ये सरकार चाहेगी।"
बता दें कि, बहराइच में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। जानकारी के अनुसार बहराइच में चार SP-SSP रैंक के अधिकारी, 4 डीएसपी, RAF की एक कंपनी, PAC की 3 कंपनियां समेत भारी संख्या में फोर्स तैनात है। महसी इलाके में इंटरनेट सेवा बंद है। पुलिस ने 30 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। सभी उपद्रवियों से पूछताछ की जा रही है।
बहराइच प्रकरण के बाद लखनऊ पुलिस भी अलर्ट पर है। CP लखनऊ अमरेन्द्र सिंह सेंगर के निर्देशन में DCP पश्चिम ओमवीर सिंह ने थाना क्षेत्र बाजार खाला से निकलने वाले श्री राम नगर भ्रमण यात्रा व ज्योति कलश यात्रा के दृष्टिगत पुलिस फोर्स के साथ संपूर्ण रूट का भ्रमण किया। उन्होंने यहां तैनात पोलिकर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश भी दिए।
उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा को लेकर इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। बहराइच हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उच्च अधिकारियों की बैठक बुला ली थी। बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया था। गुस्साए लोगों ने बहराइच के अस्पताल और बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा घरों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की थी।